-बस संडे से रोजाना शाम पांच बजे दून आईएसबीटी से होगी रवाना
देहरादून,
यात्रियों की डिमांड पर एक बार फिर से उत्तराखंड रोडवेज ने दून से लखनऊ के लिए डीलक्स एसी जनरथ बस सेवा शुरू करने का फैसला लिया है। यह बस संडे से रोजाना शाम पांच बजे दून आईएसबीटी से रवाना होगी। वहीं, दूसरी ओर लखनऊ से दून के लिए जनरथ बस शाम छह बजे संचालित होगी। सैटरडे को मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता की ओर से बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए गए।
1054 रुपये किराया सुनिश्चित
बस सेवा के लिए ऑनलाइन बुकिंग
रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार बस में सीट की बुकिंग के लिए आनलाइन टिकट बुकिंग भी खोलने को कहा गया है। दून से लखनऊ तक इस बस का किराया 1054 रुपये सुनिश्चित किया गया है।
डिमांड के बाद रोडवेज का फैसला
दून से लखनऊ के लिए इस समय उत्तराखंड रोडवेज की केवल एक साधारण बस रोजाना दोपहर डेढ़ बजे संचालित हो रही है। जबकि यूपी की साधारण बस के साथ ही दो डीलक्स बस सेवा शाम छह व सात बजे संचालित होती हैं। चार साल की लंबी कसरत के बाद पिछले साल नवंबर में उत्तराखंड रोडवेज ने दून-लखनऊ के लिए सुपर डीलक्स वाल्वो बस सेवा शुरू की थी। लेकिन यात्रियों के अभाव के कारण जनवरी में इसे बंद कर दिया था। कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब काफी हद तक बसों का संचालन सुचारू हो चुका है। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार इसके बाद प्रदेश के यात्री दून-लखनऊ के बीच अपनी एसी बस के संचालन की मांग कर रहे थे। इसी के मद्देनजर रोडवेज प्रबंधन ने लखनऊ के लिए थ्री-बाइ-टू सीटर एसी जनरथ बस के संचालन की मंजूरी दी है। ग्रामीण डिपो के एजीएम केपी सिंह ने बताया कि संडे से उत्तराखंड की जनरथ बस सेवा रोजाना शाम को लखनऊ के लिए रवाना होगी।
वॉल्वो से कम किराया
- बस का किराया वाल्वो की अपेक्षा काफी कम
-दून से लखनऊ वाल्वो बस का किराया 1800 रुपये
-साधारण बस का 700 रुपये
-संडे से उत्तराखंड की जनरथ बस सेवा रोजाना शाम लखनऊ के लिए होगी रवाना
चालक-परिचालकों की छुट्टी पर रोक
जनमाष्टमी को देखते हुए रोडवेज प्रबंधन ने चालक-परिचालकों समेत डिपो कर्मियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। केवल अति अनिवार्य स्थिति में ही छुट्टी स्वीकृत करने के आदेश दिए गए हैं। मंडल प्रबंधक की ओर से जारी आदेश में बताया गया कि संडे से वेडनसडे तक दिनों में बसों में भारी भीड़ रह सकती है। मंडल प्रबंधक ने कार्यशाला कर्मचारियों को शत प्रतिशत बसें मार्गो पर भेजने के आदेश दिए हैं। जो बसें खराब हैं, उन्हें संडे की दोपहर तक दुरुस्त करने के लिए कहा गया है।