- रेल पैसेंजर्स को मिली राहत

- कुली, स्टॉल लगाने वालों का लौट रोजगार

- नंदा देवी एक्सप्रेस पहुंची सबसे पहले स्टेशन

देहरादून। दून रेलवे स्टेशन में 90 दिन बाद रौनक लौटी। स्टेशन का रिमॉडलिंग वर्क पूरा होने के बाद सैटरडे को ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। सुबह साढ़े पांच बजे ट्रेनों के रेलवे स्टेशन पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ और पैसेंजर्स की आमद से कुली, स्टॉल वाले, टैक्सी व ऑटो वालों को भी लंबे इंतजार के बाद रोजगार मिला। स्टेशन पर सबसे पहले नंदा देवी एक्सप्रेस पहुंची।

ये ट्रेन पहुंची दून

12401 नंदा देवी एक्सप्रेस

12687 चेन्नई एक्सप्रेस

14632 लाहौरी एक्सप्रेस (अमृतसर से देहरादून)

13009 दून एक्सप्रेस (हावड़ा से देहरादून)

14041 मसूरी एक्सप्रेस

12092 नैनी एक्सप्रेस

12017 शताब्दी एक्सप्रेस

15005- राप्ती गंगा एक्सप्रेस

14113- लिंक एक्सप्रेस

19019 -बांद्रा-देहरादून

54341 देहरादून-सहारनपुर पैंसेजर

19565 ओखा-देहरादून

12055 जन शताब्दी एक्सप्रेस

ये ट्रेन गईं

54342 डीएलएस पैंसेजर

15002- राप्ती गंगा

12091 -नैनी एक्सप्रेस

12018- शताब्दी एक्सप्रेस

13010- देहरादून टू हावड़ा

14042 -मसूरी एक्सप्रेस

12402 -नंदा देवी एक्सप्रेस

काफी दिनों पर ट्रेन का सफर करने का मौका मिला। रेलवे स्टेशन का पूरा लुक चेंज हो गया है। अब बेहतर पैंसेजर फैसिलिटीज पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

- सुमित

हमें अक्सर सहारनपुर से देहरादून आना होता है। ट्रेन का ऑप्शन सबसे बेहतर है। लंबे समय से बसों में धक्के खाने पड़े अब राहत मिली है।

- रोशन जहां

रेलवे स्टेशन के रिनोवेशन के दौरान अपनी कार से दून टू दिल्ली का सफर करना पड़ा। ये महंगा भी था और थकाने वाला भी। अब ट््रेन शुरू होने से रिलेक्स हुए हैं।

-मधु

प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने से अब ज्यादा कोच वाली ट्रेन देहरादून से संचालित हो सकेंगी, इसका फायदा पैसेंजर को मिलेगा। ज्यादा पैसेंजर ट्रेन से सफर कर पाएंगे।

- सचिन

रेलवे स्टेशन पहले से काफी बेहतर हो गया है। लेकिन, प्लेटफार्म नंबर तीन में अभी तक लिफ्ट नहीं लगी है। इससे बुजुर्ग पैसेंजर को काफी दिक्कत हुई।

- सुचित्रा

रिमॉडलिंग वर्क पूरा होने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है। पैसेंजर फैसिलिटीज को पहले से बेहतर बनाया गया है। साथ ही ज्यादा पैसेंजर अब ट्रेन का सफर कर पाएंगे, वेटिंग कम होगी।

- गणेश चंद्र ठाकुर, डायरेक्टर, दून रेलवे स्टेशन

पटरी पर लौटा रोजगार

बीते तीन माह से रिमॉडलिंग वर्क के कारण रेलवे स्टेशन बंद रहा। इस बीच कुली, प्लेटफार्म पर शॉप चलाने वाले, ऑटो और टैक्सी चालकों का रोजगार भी ठप रहा। सैटरडे को जैसे ही ट्रेनों का संचालन शुरू हुई तो सभी का रोजगार वापस लौटा और उनके चेहरों पर चमक देखने को मिली। रेलवे स्टेशन पर स्टॉल्स लगने शुरू हो गई और प्लेटफॉर्म पर कुलियों की चहलकदमी देखी गई। कुली जगदीश का कहना है कि तीन माह तक दिहाड़ी मजदूरी करके गुजारा किया अब वापस काम पर लौटे हैं। राहत मिली है।

बैकफुट पर रेल एड्मिनिस्ट्रेशन

रेलवे एडमिस्ट्रेशन ने स्टेशन पर लगे संस्कृत में लिखे दून स्टेशन का नाम वाला बोर्ड चेंज कर दिया है। बोर्ड पर ऊर्दू की जगह संस्कृत में देहरादूनम् लिखा गया था। कुछ संगठनों के विरोध के बाद इस बोर्ड को हटा दिया गया है।