- रिलायंस डकैती में शामिल बदमाशों पर 2-2 लाख रुपये का इनाम घोषित
- सांगली महाराष्ट्र में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती में भी हैं वांटेड
देहरादून, 17 नवम्बर (ब्यूरो)। ये दोनों बदमाश जून 2023 में सांगली महाराष्ट्र में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती की घटना में भी वांटेड चल रहे हैं। इधर, डकैती में शामिल प्रिंस कुमार व विक्रम कुशवाहा के सेक्टर 24 रोहिणी दिल्ली के ठिकानों पर दबिश दी। पुलिस को उनके फ्लैट होने की सूचना मिली थी।
दोनों घर से फरार, 2-2 लाख का इनाम घोषित
आईजी गढ़वाल रेंज करन ङ्क्षसह नगन्याल के मुताबिक 9 नवंबर को राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैल्स शोरूम में हुई डकैती की घटना में दो बदमाशों की पहचान हो चुकी है। दोनों बदमाश डकैती करने के लिए दून आए थे। बदमाशों की पहचान ङ्क्षप्रस कुमार और विक्रम कुशवाहा निवासी ग्राम पानापुर, दिलावरपुर जिला वैशाली बिहार के रूप में हुई है। दोनों वांटेड एक ही गांव के हैं। पुलिस ने जब उनके निवास पर दबिश दी, वह लंबे समय से घर से फरार मिले। इसके बाद डीजीपी ने इन दोनों पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
कई प्रांतों में केस दर्ज
एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि डकैती की घटना में शामिल बदमाशों की धरपकड़ के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। घटना में शामिल जिन दो बदमाशों की पहचान हुई है, वे बेहद शातिर किस्म के क्रिमिनल्स हैं। जिनके खिलाफ दूसरे राज्यों में संगीन अपराधों के कई केस दर्ज हैं।
प्रिंस पर हत्या का भी केस
ङ्क्षप्रस के खिलाफ जून 2020 में अपने साथियों के साथ मिलकर अपने गांव दिलावरपुर गोवर्धन की मुखिया पूनम देवी के पति लव कुमार ङ्क्षसह की गोली मारकर हत्या का केस दर्ज। ये मुकदमा थाना बिदुपुर, जिला वैशाली में दर्ज है।
विक्रम पर अपहरण का भी केस
विक्रम कुशवाहा पर थाना सदर हाजीपुर जिला वैशाली में हथियारों के दम पर सुबोध पासवान नाम के व्यक्ति का अपरहण करने का केस दर्ज है। वहीं, विक्रम पर सुबोध को बचाने आए ग्रामीणों पर गोली चलाकर जानलेवा हमला का भी आरोप है।
दोनों पर महाराष्ट्र में डकैती के आरोप
पुलिस जांच में पता चला कि दोनों बदमाशों का नाम 14 जून 2023 को सांगली महाराष्ट्र में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई 14 करोड़ की डकैती में शामिल होने पर इनके नाम सामने आए हैं।
गैंगलीडर सुबोध से मिली अहम जानकारी
एसएसपी के मुताबिक गैंग लीडर सुबोध कुमार की लातूर पुलिस की ओर से पुलिस रिमांड लिया गया था। ऐसे में पुलिस की एक टीम को लातूर रवाना किया गया था। टीम ने बदमाश से पूछताछ में इन बदमाशों के बारे में कई जानकारियां हाथ लगी हैं। सुबोध ने पुलिस को बताया कि वे किसी घटना को अंजाम देने से पहले गिरोह के सदस्य 40 से 50 किमी की दूरी पर अलग-अलग वाहनों को खड़ा कर देते हैं।
नेपाल में बेचते हैैं डकैती का माल
पुलिस को जानकारी मिली है कि गैंग की ओर से लूट में बरामद माल को नेपाल में 70 परसेंट कीमत पर सेल कर दिया जाता है। उसके बाद उससे नगद राशि ले लेते हैं। घटना का गरम मामला शांत होने के बाद आपस में धनराशि को बांट लेते हैं।
पुलिस की जांच में मिले इनपुट
-गिरोह में शामिल बदमाश आपस में रिश्तेदार।
-वैशाली बिहार से अरेस्ट विशाल इनामी ङ्क्षप्रस कुमार का भाई।
-अमृत इनामी विक्रम कुशवाहा का बताया गया है साला।
-सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए टोल प्लाजा रूट से नहीं गुजरते।
-बदमाशों ने रेलवे स्टेशन व आईएसबीटी की भी की थी रेकी।
-बदमाश सेलाकुई क्षेत्र में भी कई दिन तक घूम कर लेते रहे जायजा।