देहरादून (ब्यूरो) कुछ दिन पहले ही हॉस्पिटल के टॉयलेट में नवजात का शव मिलने के बाद से दून अस्पताल की निगरानी व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैैं। इस प्रकरण में एसएसपी ने तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर जांच के निर्देश भी अधीनस्थों को दे दिए हैं। ट्यूजडे को खुद एसएसपी ने घटना का संज्ञान लेते हुए हॉस्पिटल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान खुद पुलिस अधिकारियों के साथ हॉस्पिटल कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया, कैंपस में सीसीटीवी कैमरों की संख्या काफी कम पाई गई। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों का आब्जर्वेशन रूम भी बंद मिला। जिस पर दून हॉस्पिटल मैनेजमेंट से हॉस्पिटल के हर एरिया में सीसीटीवी कैमरे लगवाने और 24 घंटे आब्जर्वेशन करने के लिए पत्राचार किया गया है।

डिलीवरी रिकॉर्ड किया चेक
एसएसपी के विजिट के दौरान सीसीटीवी के आब्जर्वेशन रूम को इमरजेंसी के सामने बनी पुलिस चौकी में स्थापित किए जाने का सुझाव दिया गया। इस दौरान उन्होंने दून हॉस्पिटल में गत तीन दिनों में डिलीवरी रिकॉर्ड चेक किया, जिसमें कुल 41 महिलाओं की डिलीवरी की जानकारी मिली। इनमें 40 बच्चे स्वस्थ पैदा हुए व एक बच्चा मृत रहा। जिसका थाना क्षेत्र वसंत विहार निवासी स्वजन ने अंतिम संस्कार किया था।

कहां से आया नवजात का शव
बताया गया है कि अब तक की जांच व रिकॉर्ड की जांच में ऐसे किसी भी मरीज या फिर महिला की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, जो डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल आई हो। इसके बावजूद घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी दून ने मामले में केस दर्ज कर घटना के सभी संभावित पहलुओं की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।

चोरी की सबसे ज्यादा घटनाएं
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सिक्योरिटी को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। कारण, यहां आए दिन चोरी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। जिनमें सबसे ज्यादा मोबाइल चोरी की घटनाएं सामने आती रही हैं। परेशान और हताश मरीजों और उनके तीमारदारों ने हॉस्पिटल में चोरी की घटनाओं को लेकर सीएम हेल्पलाइन तक में शिकायत दर्ज की हैं। इसके अलावा हॉस्पिटल से पानी के नल तक चोरी होने की शिकायतें सामने आती रही हैं। ये कंप्लेन नई ओपीडी बिल्डिंग पर ज्यादा सामने आई हैं। शिकायतें तो यहां तक आई हैं कि भीड़ में लोगों के जेब से मोबाइल फोन तक गायब हो जाते हैं।
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