- शहर में लो वोल्टेज और लाइन ट्रिपिंग की समस्या होगी दूर
- पिटकुल नए साल पर करेगा सब स्टेशनों का निर्माण शुरू
देहरादून (ब्यूरो): इनके निर्माण से शहर में निर्बाध बिजली की उम्मीद की जा रही है। सबसे बड़ी बात यह कि इन सब स्टेशनों के बनने से जहां बिजली लाइनों में ट्रिपिंग की समस्या दूर होगी, वहीं लो वोल्टेज से भी निजात मिलेगी। इन सब स्टेशनों का निर्माण पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (पिटकुल) कर रहा है। ये सब स्टेशन जीआईएस सिस्टम के तहत निर्मित हो रहे हैं। इसके अलावा राज्य में 7 अन्य सब स्टेशनों का भी निर्माण किया जाएगा। इन सभी सब स्टेशनों के टेंडर जारी हो गए हैं। नए साल पर कार्य अवार्ड कर निर्माण शुरू किया जाएगा।

सब स्टेशन का नाम और लागत
220 केवी सब स्टेशन माजरा 147 करोड़
132 केवी सब स्टेशन आराघर 95 करोड़
220 केवी सब स्टेशन सेलाकुई 83 करोड़

लगेंगे इमरजेंसी रिस्टोरेशन सिस्टम
इसके अलावा पावर सिस्टम पूरी तरह फुलप्रूव बनाया जा रहा है। आंधी-तूफान और अन्य दैवीय आपदाओं में उपभोक्ताओं को बिजली से महरूम नहीं होना पड़ेगा। पिटकुल इसके लिए पहली बार इमरजेंसी रिस्टोरेशन सिस्टम लगा रहा है। इससे शहर में न केवल बिजली आपूर्ति में बड़ा सुधार होगा, बल्कि आपदाओं के दौरान भी बिजली से महरूम नहीं रहना पड़ेगा। बताया जा रहा है अगले तीन साल ये सभी सब स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे।

यहां भी बनेंगे सब स्टेशन
सब स्टेशन का नाम लागत करोड़ में
132 केवी लोहाघाट 60
132 केवी धौलाखेड़ा 62
132 केवी खटीमा 68
220 केवी धौलाखेड़ा 131
400 केवी पीपलकोटी 201
220 केवी घनसाली 132
400 केवी लंढौरा 237

बिजली व्यवस्था को और मजबूत और सुदृढ़ बनाने के लिए नए बिजली घरों का निर्माण किया जा रहा है। प्रस्तावित सभी बिजली घरों के निर्माण को टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। जनवरी में कंपनियों को कार्य अवार्ड कर निर्माण शुरू किया जाएगा।
पीसी ध्यानी, एमडी, पिटकुल