देहरादून (ब्यूरो) नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो दून में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्हीकल व कूड़ेदान में कूड़ा डालने के बजाए लोग सड़क किनारे ही कूड़ा फेंककर चले जाते हैं। सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशु उसे इधर-उधर बिखेर देते हैं, जिससे कारण पूरा एरिया गंदा हो जाता है और लोगों को इससे दिक्कत होती है। स्वच्छ सर्वे के दौरान भी इस तरह की हरकतों से दून को कम रैैंकिंग मिली।

डस्टबिन फ्री सिटी कॉन्सेप्ट
दून को डस्टबिन फ्री सिटी बनाने के प्रयास में नगर निगम से मुख्य मार्गों पर डस्टबिन हटा दिए हैैं। जहां से डस्टबिन हटाए गए हैैं, वहां लोग खासतौर से रात को कूड़ा फेंक जाते हैैं। शाम को नगर निगम सफाई करता है, लेकिन अगली सुबह फिर जगह-जगह कूड़ा बिखरा नजर आता है। सूत्रों के मुताबिक होटल व्यवसायी और व्यापारी डस्टबिन फ्री साइट्स पर कूड़ा फेंक रहे हैैं। इसकी रोकथाम के लिए नगर निगम अब ऐसी सभी साइट्स पर कैमरे इंस्टॉल कर रहा है, ताकि ऐसे लोगों को पकड़ा जा सके।

डस्टबिन हटाने में लगा 1 साल
बता दें कि सिटी में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को बढ़ावा देने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सड़कों के किनारे रखे डस्टबिन को हटाने का काम शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत दून डस्टबिन फ्री सिटी बनेगा। हालांकि इस अभियान में नगर निगम को पूरे एक साल का समय लग गया। नगर निगम की ओर से मार्च 2023 को इसकी शुरुआत की गई थी, जिसे फरवरी 2024 में पूरा किया जा सका है। इसके बाद सभी को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए चलने वाली गाडिय़ों व रिक्शों में ही कूड़ा देना होगा, जिसे देखते हुए इन गाडिय़ों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

इसलिए हटाए डस्टबिन
-डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को बढ़ावा देना।
-सड़क किनारे डस्टबिन बनते हैैं जाम का कारण।
-बड़े डस्टबिन्स के कारण हादसों का रहता है खतरा।
-आवारा पशु सड़क पर फैला देते हैैं कूड़ा।
- शहर दिखता है बदरंग।

डस्टबिन फ्री साइट्स चिन्हित
सिटी के मुख्य मार्गो पर कुछ जगहों को चिन्हित करके वहां से डस्टबिन हटाये जा चुके हैैं। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसारडोर टू डोर कलेक्शन को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया है ताकि लोग अपने वेस्ट मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार बनें।

रखी जाएगी निगरानी
डस्टबिन फ्री साइट्स पर 17 जगह कैमरे लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे सीधे नगर निगम के कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। यहां से सभी साइट्स की मॉनिटरिंग की जाएगी। कोई भी व्यक्ति अगर यहां कूड़ा फेंकता है तो उसे आइडेंटिफाई कर लिया जाएगा और फिर एक्शन लिया जाएगा।


सिटी को डस्टबिन फ्री बनाने के प्रयास हैैं। सिटी के लगभग सभी एरिया से डस्टबिन हटाए जा चुके हैैं। लेकिन, कुछ लोग खुले में कूड़ा फेंककर जा रहे हैं। अंधेरे में डालने के कारण इसका पता नहीं चल पाता है। जिसे देखते हुए अब उन एरियाज में कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिससे कूड़ा फेंकने वालों की जानकारी मिल सके और एक्शन लिया जा सके।
डॉ अविनाश खन्ना , मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी