देहरादून,(ब्यूरो): दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही पटाखों के अवैध भंडारण और बगैर लाइसेंस के दुकानें खुले आम इस बार भी सजने लगी है। मन्नूगंज, कांवली रोड, धामावाला बाजार, खुड़बुड़ा व दर्शनी गेट समेत कई इलाक हॉट स्पॉट है, जहां पटाखों का अवैध कारोबार धड़ल्ले से पूरे सालभर चलता है। सूत्रों की मानें तो ऐसे इलाके और कारोबारी हैं, जो अब जिला प्रशासन के रडार पर आ गए हैं। बाकायदा, प्रशासन ने इनके खिलाफ एक्शन के लिए अपने वर्क प्लान को भी तैयार कर लिया है। बाकायदा, बुधवार से इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। दीपावली तक रोजाना अभियान चला कर कार्रवाई की जाएगी।

टारगेट पर कई कारोबारी

पटाखों का अवैध कारोबार वर्षों से चलता आ रहा है। दीपावली नजदीक आते ही लोगों ने पटाखों की खरीद करनी शुरू कर दी है। थोक मूल्य पर पटाखों की बिक्री के दावे करने वाले विक्रेताओं के यहां खासी भीड़ जुट रही है। लिहाजा, जिला प्रशासन ऐसे स्थलों पर पटाखों के भारी स्टाक को देखते हुए वहां सुरक्षा मानकों के पालन की पड़ताल में भी जुट गया है। जिन इालाकों में पटाखों का अधिक कारोबार चलता है, प्रशासन ने ऐसे इलाकों को चिन्हित करते हुए टारगेट पर ले लिया है।

अवैध पटाखों का गोदाम किया सील

डीएम सविन बंसल के निर्देश पर पहली बार जिला प्रशासन की टीम ने त्योहार से पहले अवैध पटाखों की दुकानों और भंडारण को लेकर छापेमारी की गई है। छापेमारी के दौरान सटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष ङ्क्षसह को मोहब्बेवाला क्षेत्र में आनंद फायर वक्र्स, आशीष और प्रवीण के पटाखा विक्रेता के प्रतिष्ठान की जांच के दौरान कई खामियां पाई। आनंद फायर वक्र्स में मौके पर लाइसेंस नहीं मिला। हालांकि, प्रतिष्ठान संचालक ने लाइसेंस होने का दावा किया। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने लाइसेंस प्रस्तुत करने तक गोदाम बंद करा दिया। साथ ही विस्फोटक अधिनियम में केस भी दर्ज कर दिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी पटाखा विक्रेताओं को चेतावनी दी कि वह नियमों का पालन कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

बगैर लाइसेंस के चल रही कई दुकानें

नियमानुसार लाइसेंस लेकर कोई भी व्यक्ति पटाखे स्टाक या बेच सकता है, लेकिन बाजार में कई दुकानदारों ने बिना लाइसेंस के भारी मात्रा में पटाखे स्टाक कर दिए हैं और खुलेआम बेचने भी शुरू कर दिए हैं। खुड़बुड़ा में तो एक दुकानदार ने पटाखे बेचने के लिए बड़े-बड़े गेट लगा दिए हैं। इसके अलावा मन्नूगंज व दर्शनी गेट पर ऐसी जगह पटाखे बेचे जा रहे हैं, जहां यदि आग लगने की घटना होती है तो फायर ब्रिगेड के वाहन का पहुंचना भी मुश्किल है। फायर ब्रिग्रेड के अनुसार शहर में सिर्फ 7 लाईसेंस पटाखा उत्पादन व भंडारण के हैं। जबकि शहर में दर्जनों दुकानें व भंडार के केंद्र हैं।

25 तारीख से मिलेंगे लाइसेंस

दीपावली पर अस्थायी रूप से पटाखे बेचने का लाइसेंस दुकानदारों को 5 दिन पहले ही जारी किया जाता है। इसके लिए दुकानदार की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट को अस्थायी दुकान लगाने के लिए प्रार्थनापत्र देना होता है। जांच के बाद यह प्रार्थनापत्र पुलिस व अग्निशमन विभाग के पास जाता है। पुलिस व अग्निशमन विभाग की ओर से देखा जाता है कि जहां पर पटाखे की दुकान के लिए लाइसेंस लिया गया है, वहां पर कोई आबादी तो नहीं है। इसके अलावा दुकानदारों को जरूरी दिशा-निर्देश के साथ लाइसेंस जारी किया जाता है। खास बात है कि कई जगहों पर व्यापारियों को पटाखों के लाइसेंस थाना और चौकियों से जारी किए गए हैं। जबकि नियमानुसार किसी भी दुकानदार को पटाखे बेचने का लाइसेंस जारी करने का अधिकार सिर्फ जिला प्रशासन को होता है।

अवैध कारोबारियों को चेतावनी

- पटाखों की बिक्री लाइसेंस पर ही की जा सकेगी।

- बगैर लाइसेंस के किसी को भी पटाखों की दुकान नहीं लगाने दी जाएगी।

- पुख्ता सुरक्षा मानकों के बाद ही लाइसेंस जारी किए जाएंगे।

- अवैध कारोबार के इलाके किए गए हैं चिन्हित

- पटाखों की अवैध दुकानें व भंडारण के खिलाफ किया गया है अभियान शुरू

- दीवाली के बाद भी जारी रहेगा अभियान

- पकड़े जाने पर जुर्माने के साथ केस भी किया जाएगा दर्ज

बगैर लाइसेंस के पटाखों का कारोबार करने वालों के विरुद्ध आज से अभियान शुरू कर दिया गया है। शिकायत मिलते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और अग्निशमन विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं। मानव सुरक्षा के साथ किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

-सविन बंसल, डीएम, दून

dehradun@inext.co.in