देहरादून (ब्यूरो)। देहरादून ने नगर निगम स्तरीय शहरों में देश में 82वीं रैंक और राज्य में पहली रैंक हासिल की थी। 2019 के मुकाबले 302 रैंक का सुधार करने पर अधिकारी खूब इतराए भी। मगर, सुधार का यह प्रयास स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में कैसे और बेहतर रहे, इसके परीक्षण में दून का हाल ठीक नहीं मिला। यह परीक्षण स्वयं शहरी विकास निदेशक ललित मोहन रयाल ने देहरादून नगर निगम में विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर किया।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों को लेकर गुरुवार को आयोजित बैठक में शहरी विकास निदेशक ने कहा कि उन्होंने एक दिसंबर को देहरादून नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया था। इस दौरान उन्हें विभिन्न स्थानों पर कूड़ा सड़क पर बिखरा मिला। उन्होंने देखा कि बड़े नालों में गंदगी का अंबार है और पुराने वाहनों (स्क्रैप) को भी सड़क किनारे डंप किया जा रहा है। इस स्थिति को लेकर उन्होंने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सभी सफाई निरीक्षकों व सुपरवाइजर को निर्देश जारी किए कि सफाई व्यवस्था के साथ किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम जनता को भी जागरूक करे। जो नागरिक गंदगी फैला रहे हैं, उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई अमल में लाई जाए।