देहरादून, ब्यूरो :
दून में डेंगू संक्रमण के अब तक 38 मामले पॉजिटिव आए है। डेंगू का पहला पॉजिटिव केस 3 अगस्त को आया था। इसके पश्चात 6 अगस्त तक 04 रोगी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। इसके बाद लगातार पेशेंट की संख्या बढ़ती जा रही। दून में अब तक दून में 38 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव जा चुकी है। राहत की बात यह है कि अब की किसी भी पेशेंट की हालत गंभीर नहीं है।
थर्सडे 4 डेंगू कंफर्म
थसडे को डेंगू के 4 केस संक्रमित मिले। इनमेेंं 2 महिला और 2 पुरुष शामिल हैं। 48 वर्षीय मंजू देवी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। वह लोवर राजीव नगर की है और ओएनजीसी हॉस्पिटल में भर्ती है। दूसरा पेशेंट 48 वर्षीय प्रजापति यादव है। वह शिवालिक व्यू लेन नंबर 8 जोगीवाला का निवासी है्र और कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती है। 55 वर्षीय गुरुदासी चंद्रेश्वर नगर की एसपीएस हॉस्पिटल ऋषिकेश में भर्ती है। 59 वर्षीय बीरबल सिंह भारूवाला बडोवाला निवासी है और डोईवाला एचआईएचटी जौली ग्रांट हॉस्पिटल में भर्ती है।
सभी रोगियों की स्थिति सामान्य है। साथ ही सभी रोगियों के क्षेत्रों में डेंगू निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है। वर्तमान में जिले में देहरादून की स्थिति सामान्य बनी हुई है।
सुभाष जोशी,
जिला वेक्टर रोग अधिकारी
नगर निगम ने की तैयारी, दिए सख्त निर्देश
डेंगू संक्रमण के मामले बढ़े तो नगर आयुक्त ने डेंगू को लेकर सावधानी बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में ऐसे सभी इलाकों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। जहां डेंगू का लार्वा पाया जाता है। फॉगिंग तथा ब्लीचिंग पाउडर का प्रयोग करने व डेंगू का लार्वा नष्ट करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पार्षदों के साथ निरीक्षण किए जाने व प्रचार प्रसार कर आम जनमानस को भी डेंगू के बचाव एंव रोकथाम हेतु संवेदनशील किया जाए।
10 सफाई इंस्पेक्टर की लगाई ड्यूटी
ऐसे क्षेत्र जहां पर डेंगू के मरीज पाए जाते हैं। वहां 10 सफाई निरीक्षकों की टीम बनाकर उसके आसपास के क्षेत्रों में अभियान चलाकर रोकथाम के उपाय किए जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई एवं चालान काटे जाएगे।
समय पर सूची तैयार करे अधिकारी
कमिश्नर ने जिला मलेरिया अधिकारी को भी निर्देशित किया। कि वह समय पर डेंगू मरीजों की सूची निगम को उपलब्ध कराएंगे। नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि यह कार्यवाही निरंतर तौर पर जारी रहेगी। जब तक की डेंगू मलेरिया का कोई भी मरीज सामने आता है।
ब्लड बैंक में प्लेटलेट््स का स्टोरेज शुरू
डेंगू के मामले बढ़े तो दून के अधिकतर ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स तैयार करने की क्षमता बढ़ाई जा रही है। दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ब्लड बैंक हो या फिर आईएमए ब्लड बैंक अब तक यहां प्लेटलेट्स बनाने के के लिए कुल ब्लड का 15 परसेंट ही प्लेटलेट्स बनाया जा रहा था। अब इसे बढ़ाकर 25-30 परसेंट तक कर दिया गया। हालांकि ब्लड बैंक संचालकों के अनुसार प्लेटलेट्स बनाने में समय ज्यादा लगता है व इनकी स्टोरेज क्षमता 5 दिन ही होती है। ऐसे में एक साथ ज्यादा नहीं बनाए जा सकते।
इन दिनों ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की डिमांड बढ़ रही है। लेेकिन, लगातार डेंगू रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हम भी प्लेटलेट्स बनाने की क्षमता को बढ़ा रहे है। जिससे भविष्य में कमी न पड़े।
डॉ संजय उप्रेती, अध्यक्ष आईएमए