देहरादून ब्यूरो। दून में कोई ऐसा इलाका नहीं जहां सड़कें और गलियां दलदल न हो गई हों। ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त न होने के कारण कहीं वाटर लॉगिंग हो गई तो कहीं खोदी गई सड़कों की मिट्टी दलदल में बदल गई। कुछ सड़कें ऐसी भी हैं, जहां सीवरेज या पाइप लाइन के लिए सड़क के बीचोंबीच खुदाई की गई, लेकिन भरान ठीक से नहीं किया गया। पानी भर जाने के कारण ऐसी सड़कों पर गड्ढों का पता नहीं चल रहा है और एक्सीडेंट का खतरा बना हुआ है।

धंस रही सड़कें
हाल के दिनों में वाटर पाइप लाइन, सीवरेज लाइन और मल्टी यूटिलिटी डक्ट के लिए जिन सड़कों को खोदा गया था, वे जगह-जगह धंस रही हैं और कई जगहों पर बड़ा खतरा बन गई हैं। आराघर चौक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यहां पहले वाटर लाइन और फिर सीवर लाइन के लिए खुदाई की गई थी। ठीक आराघर चौक पर रोड के नीचे गहरा होल है, जो बार-बार धंस जाता है। बारिश के कारण यह एक बार फिर खतरनाक हो गया है।

मिड सिटी से आउटर तक दिक्कत
सैटरडे की तेज बारिश के बाद दून मिड सिटी से लेकर आउटर तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मिड सिटी में जहां लोगों को स्मार्ट सिटी और नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा, वहीं दूसरी ओर आउटर में भी कई जगह जलभराव और मलबा आने जैसी समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ा। क्लॉक टावर, दर्शन लाल चौक, प्रिंस चौक जैसी व्यस्त सड़कों पर भी जल भराव हो गया। उधर देहराखास की मेन रोड और अधूरे चौड़ीकरण वाला हरिद्वार बाई पास जानलेवा बन गया है।

चंद्रबनी में घुसा पानी
सिटी के आउटर क्षेत्रों की भी बुरी हालत है। यहां चोयला में पानी बढऩे से भूतावाला, धारावाली, अमर भारती, कैलाशपुर आदि क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी घुस गया। लोगोंं का घर का सामान खराब हो गया। चोयला धोबराव नाले में एक बाइक बह गई। उधर कौलागढ़ क्षेत्र में भी बारिश के कारण सड़कें तालाब बन गई और लोग अपने घरों में ही कैद हो गये। लोगों ने मेयर से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक पर गुहार लगाई, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई।

क्या कहते हैं लोग
मेरे वार्ड के चंद्रबनी क्षेत्र में बारिश के कारण बुरा हाल हो गया। नालों में पानी बढ़ तो सारा का सारा पानी लोगों के घरों में घुस गया। घरों का सामान खराब हो गया।
सुखवीर बुटौला
पार्षद चंद्रबनी

हमारे क्षेत्र में दो वर्षों से सड़कें खोदी हुई हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर बड़ी-बातें की गई थी, अब व्यापारी और आम लोग परेशान है। बारिश होते ही धामावाला पहुंचना दूभर हो जाता है।
सुनील गर्ग
व्यवसायी, धामावाला

हर साल मॉनसून आने से पहले हल्ला किया जाता है कि नाले खोलने और रोड की मरम्मत करने का काम बारिश शुरू होने से पहले पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन ऐसा होता नहीं है। यह बड़ी दिक्कत है।
शिवराज सिंह
निवासी भंडारीबाग

हमारा इलाका पहले ग्राम सभा में था अब नगर निगम में है। फायदा कुछ नहीं हुआ है। नगर निगम की ओर से फिलहाल कोई सुविधा नहीं मिल रही। पानी भरे, या बीमारी फैले, नगर निगम यहां नहीं झांकता।
आशोक कुमार
निवासी आमवाला तरला