उत्तरकाशी के द्रोपदी का डांडा में एवलांच के कारण मरने वालों की संख्या 16 हो गई है और पर्वतारोही दल के 13 सदस्य अब भी लापता है। देहरादून में राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र की ओर से जारी सूचना के अनुसार लापता लोगों को ढूंढने का काम लगातार जारी है।
फोटो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट।
देहरादून ब्यूरो। ट्यूजडे को आये एवलांच के कारण द्रोपदी का डांडा पर्वत चोटी आरोहण के बाद वापस लौट रहे निम के 61 सदस्यीय पर्वतारोह दल की टीम एवलांच में फंस गई थी। अब तक के रेस्क्यू अभियान में 16 लोगों के शव बरामद किये गये हैं। इनमें दो ट्रेनर सविता कंसवाल और नौमी रावत के अलावा बाकी 14 ट्रेनी हैं। पर्वतारोह दल के 32 सदस्यों को सकुशल रेस्क्यू किया गया है।
गुलमर्ग की टीम पहुुंची
लापता लोगों के रेस्क्यू में सहयोग करने के लिए थर्स डे को हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। ग्लेशियर वाले क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान के मामले में यह टीम काफी अनुभवी मानी जाती है। सहारनपुर से ऑक्सीजन सिलेंडर एमआई हेली से मातली हेलीपेड पर पहुंचाए गये हैं। भारतीय वायु सेना के अलावा रेस्क्यू अभियान में निम, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और आर्मी के टीम भी सहयोग कर रही हैं।