- सड़क और फुटपाथ पर बिजली के पोल और ट्रांसफार्मर रोक रहे पब्लिक का रास्ता, दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं ये ट्रांसफार्मर, पब्लिक बोली, इन्हें जल्द हटाया जाए
देहरादून (ब्यूरो): खास बात यह है कि ये राह के रोड़े किसी एक रोड पर नहीं है, अमूमन शहर की हर रोड पर इस तरह का नजारा देखा जा सकता है। पब्लिक का कहना है कि कई बार कंप्लेन करने के बाद भी इस पर संबंधित अधिकारियों ने कभी ध्यान नहीं दिया, जिस कारण ये समस्या लंबे समय से चली आ रही है। समाधान के नाम पर कुछ जगहों से पोल हटाए गए हैं, लेकिन अभी भी बड़ी तादाद में फुटपाथ और सड़कों पर पोल खड़े हैं, जो चलने फिरने में समस्या पैदा कर रहे हैं।
सीन वन
पटेलनगर
होटल इलाइट के पास फुटपाथ पर ट्रांसफार्मर खड़ा है। ट्रांसफार्मर की बंच वायर पूरे फुटपाथ को घेरे हुए है, जिस कारण फुटपाथ से लोग इधर-उधर गुजर नहीं पाते हैं। कई बार सड़क पर जाम लगने पर लोग जान जोखिम में डालकर यहां से निकलते हैं। कभी कोई घटना हो जाए तो कौन जिम्मेदार है।
सीन दो
मातावाला बाग
पटेलनगर में ही मातावाला में प्राचीन दुर्गा माता मंदिर के पास कई वर्षों से ट्रांसफार्मर फुटपाथ पर है। इस ट्रांसफार्मर के नीचे काफी गंदगी पड़ी है। ट्रांसफार्मर के तार भी खुले हुए हैं। यहां पर काफी दूर तक ट्रांसफार्मर ने फुटपाथ घेरा हुआ है। लोग मजबूर होकर यहां से सड़क पर चलने को मजबूर होते हैं।
सीन तीन
सहारनपुर चौक
सहारनपुर चौक के पास भी बिजली का ट्रांसफार्मर फुटपाथ ही नहीं आधी सड़क को घेरे हुए हैं। ट्रांसफार्मर को लोहे की जाली से कवर किया गया है। बताया गया कि इस जाली पर टच करने पर कई बार करंट आता है। सड़क पर जगह घेरने से यहां पर अक्सर जाम की स्थित भी बनी रहती है।
सीन चार
प्रिंस चौक
प्रिंस चौक पर साइन बोर्ड लगा हुआ है। इस बोर्ड का एक पोल आधी सड़क पर है। यहां पर हमेशा ट्रैफिक पुलिस खड़ी रहती है। पोल के बाद करीब 10 फुट रोड पर आवाजाही नहीं होती है। पोल के बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग बोर्ड लगा रखा है। यहां पर अक्सर वाहन खड़े हैं, जिससे यहां पर जाम रहता है।
फुटपाथ पर ट्रांसफार्मर, तो चलें कहां
पहले तो शहर में फुटपाथ बहुत कम हैं। जो हैं भी उनकी दुर्दशा का आलम यह है कि जगह-जगह पर ब्लाक है। फुटपाथ पर ट्रांसफार्मर और पोल के साथ कहीं-कहीं पर होर्डिंग लगे हुए हैं। ऐसे में सवाल है पब्लिक चले तो चले कहां। यही नहीं कहीं फुटपाथ व्यापारियों के कब्जे में हैं, तो कहीं फुटपाथ पर वाहनों की पार्किंग सजी है। फुटपाथ होने के बाद भी पब्लिक को आखिर सड़क पर ही चलने को मजबूर होना पड़ता है।
स्कूली बच्चे हो रहे हादसों का शिकार
लोगों का कहना है कि कई बार स्कूली बच्चे एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं। फुटपाथ पर चलते-चलते अचानक आगे फुटपाथ बंद होने से बच्चे तेजी से नीचे सड़क पर उतर जाते हैं, जिससे पीछे से आने वाले वाहन कई बार टक्कर मार देते हैं। हर रोज इस तरह की दो-तीन घटनाएं सामने आ रही है। आखिर कब तक बच्चे दुर्घटनाओं का शिकार होते रहेंगे।
यहां भी है दिक्कतें
- आईएसबीटी के पास
- चंदर नगर रोड
- मंडी चौक
- शिमला रोड
- इनामुल्लाह बिल्डिंग
- हरिद्वार रोड
- चंदर नगर रोड
- लक्खीबाग चौक के पास
- हरिद्वार बाईपास रोड
- रायपुर रोड
- धर्मपुर
- जोगीवाला चौक
- जीएमएस रोड
- बल्लीवाला
- माता मंदिर रोड
- मोथरोवाला रोड
- दून यूनिवर्सिटी रोड
पटेलनगर में तीन-चार जगहों पर फुटपाथ बंद है। फुटपाथ पर चलते-चलते कई बार बच्चे या कोई अन्य फुटपाथ से नीचे उतर जाए तो वह दुर्घटना का शिकार हो जाते हंै। ऐसे में ये जानलेवा बिजली पोल और ट्रांसफार्मरों को शीघ्र हटाया जाना चाहिए।
सुमन रौंथाण
सहारनपुर चौक के पर ट्रांसफार्मर आधी जगह घेरे हुए है। इससे इस जगह पर लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। पीकर आवर में गुजरना मुसीबत है। इसके लिए ऊर्जा विभाग ही नहीं बल्कि प्रशासन से लेकर पुलिस भी जिम्मेदार है।
मंजू जैन
सड़क सुधारीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं, लेकिन सड़कों को पूरी तरह मानकों के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। क्या सरकार को किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार है। इस पर तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मुकेश सेमवाल
बुजुर्ग और बच्चे अक्सर फुटपाथ पर चलने के दौरान एक्सीडेंट के शिकार हो रहे हैं। सड़कों के साथही फुटपाथ की सभी बाधाएं दूर की जाए। शहर स्मार्ट हो गया है, अब तो कम से कम लोगों को इन पुरानी मुसीबतों से छुटकारा मिलना चाहिए।
संजय कुमार
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