देहरादून (ब्यूरो) 26 दिसंबर को मसूरी रोड अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के पीछे सिंगली गांव से गुलदार चार वर्षीय बच्चे को उठाकर ले गया। बाद में बच्चे का शव बरामद किया गया। लेकिन, उसके बाद से अब तक वन विभाग ने गुलदार को रेस्क्यू करने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। गुलदार का कहीं भी सुराग नहीं लग पा रहा है। इसके लिए वन विभाग ने 4 टीमें बनाई हैं। इनमें 3 टीमें मसूरी डिविजन की और एक टीम मालसी रेंज की शामिल हैं। हर टीम में 4-4 कार्मिक तैनात हैं। जबकि, खुद इसकी मॉनिटरिंग डीएफओ से लेकर एसडीओ रैैंक के अधिकारी भी कर रहे हैं।
नहीं मिल रहे गुलदार के फूट प्रिंट
बताया जा रहा है कि इस इलाके में झाड़ियां ज्यादा हैं। वहीं हल्की घास भी है। जिससे गुलदार के फुटप्रिंट भी सही तरीके से चिन्हित नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि, वन विभाग को ये भी सूचना मिली कि एक गुलदार उसी के आसपास बिष्ट गांव में रात को दिखा। कुछ से गुनियाल गांव में भी दिखने की सूचना विभाग को दी। लेकिन, यह स्पष्ट नहीं हो पाया क्या यह वही गुलदार है या फिर दूसरा। फिलहाल, जिस इलाके में ये वारदात हुई, वहां 5 पिंजरे लगाए गए हैं। लेकिन, अब तक ये हमलावर गुलदार पिंजरे के पास तक भी नहीं पहुंचा है।
कैमरों में भी नहीं कोई फुटेज
वन विभाग ने गुलदार को कैमरों में कैद करने के लिए करीब 10 नाइट विजन कैमरे इलाके में लगाए हैं। गुलदार इन कैमरों से भी दूर है। फिलहाल, विभाग की ओर से गुलदार को आदमखोर भी घोषित नहीं किया है। लेकिन, इस इलाके में रात को वाहनों की आवाजाही न हो, विभाग ने रोड ब्लॉक की है।
6 बजे बाद घर में दुबक रहे लोग
बताया जा रहा है कि जिस इलाके में यह घटना घटी। वहां शाम 6 बजे बाद गुलदार के डर से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं। लेकिन, स्थानीय लोग फॉरेस्ट विभाग की टीमों को पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। उन्हें यथासंभव मदद कर रहे हैं।
बिष्ट गांव में की गई टीम तैनात
थर्सडे को बिष्ट गांव में रात को गुलदार ने एक डॉग को निवाला बनाया। जिसके बाद वहां भी फ्राइडे से टीम की तैनाती कर दी गई है। जिससे किसी भी प्रकार की घटना से बचा जा सके या फिर गुलदार को ट्रैप किया जा सके।
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