देहरादून (ब्यूरो) दून में बड़ी संख्या में लिए जा रहे गन लाइसेंस लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कई लोग सेल्फ डिफेंस के लिए लाइसेंसी हथियार रख रहे हैं। लगातार हो रही घटनाओं के खौफ से अधिक से अधिक लोग अपने पास लाइसेंसी हथियार रख रहे हैं। हालांकि कुछ स्टेटस सिंबल मेंटेन करने को लाइसेंसी हथियार रख रहे हैं, लेकिन इनकी तादाद बहुत कम है। सबसे ज्यादा लाइसेंस रिवाल्वर और पिस्तौल के लिए गए हैं। आसानी से अपने पास रखे जाने वाले रिवाल्वर और पिस्टल के वर्ष 2019 में 74, 2020 में 45, 2021 में 97, 2022 में 73 ओर 2023 में अक्टूबर तक सर्वाधिक 88 लाइसेंस जारी किए गए हैं।

कौन लोग ले रहे लाइसेंस
यह बात सही है कि क्राइम के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए लोग सेल्फ डिफेंस के लिए लाइसेंसी हथियार रख रहे हैं। खासकर प्रॉपर्टी डीलर, बिल्डर्स, शराब और खनन व्यवसाय से जुड़े लोग लाइसेंस ले रहे हैं। जानकारों ने बताया कि ये चार-पांच पेशेवर लोग ही ज्यादा से ज्यादा लाइसेंसी हथियार अपने पास रख रहे हैं। दून की आबादी 12 लाख के लगभग है। इनमें यदि नाबालिग अलग किए जाएं तो 8 लाख आबादी बचती है। इसमें भी महिलाओं को छोड़ दिया जाए तो 4 लाख के करीब लोग हैं, जिनमें लाइसेंस हथियार के लिए मारामारी है। इनमें भी वे लोग हैं, जो शराब, खनन, प्रोपर्टी से जुड़े लोग हैं।

डरा रहे क्राइम के आंकड़े
पिछले 10 माह में दून में 812 वारदातें हुई हैं। इनमें सर्वाधिक चोरी की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा वाहन अपहरण, नकबजनी, लूट, डकैती आदि की घटनाओं के चलते दूनाइट्स असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कई मामले ऐसे हैं, जो पंजीकृत ही नहीं है। यदि इनकी संख्या केवल दो सौ भी रखी जाए, तो प्रत्येक माह शहर में 100 के करीब क्राइम की घटनाएं हो रही है, जो लोगों को खौफजदा कर रही हैं।

300 दिन, 812 वारदातें, 614 गिरफ्तार
इस साल जनवरी से अक्टूबर तक क्राइम के 812 मामले सामने आए हैं। यानि हर दिन क्राइम के तीन मामले सामने आ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि बढ़ते क्राइम को देखते हुए लोग आत्म रक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार रखने को मजबूर हो रहे हैं। कब कहां कौन फायर झोंक दे, कहा नहीं जा सकता।

दुरुपयोग के मामले भी आ रहे सामने
कई मौकों पर लाइसेंसी हथियारों के दुरुपयोग के मामले भी सामने आए हैं। मामूली विवाद में कई जगहों पर फायरिंग की घटनाएं घटित हो रही हैैंै। जलसों और पार्टियों में हर्ष फायरिंग की घटनाएं भी आम हो रही हैं। हर्ष फायरिंग से लगातार हादसे भी हो रहे हैं। अपनी हनक दिखाने के लिए अनावश्यक हथियार चलाए जाने से कई तरह के नुकसान सामने आ रहे हैं।

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