- करीब तीन साल पहले बनकर तैयार हुई थी एप्रोच रोड की रेलिंग
- घटिया निर्माण के चलते टूट-फूट रही रेलिंग

देहरादून, ब्यूरो: जगह-जगह रेलिंग क्षतिग्रस्त होना घटिया निर्माण को दर्शा रहा है। पिलर पर नाम मात्र का सरिया लगाया गया है, जिस कारण रेलिंग के पिलर मुड़ रहे हैं। पिलरों पर सीमेंट, बजरी और सरिया नियमों के अनुसार नहीं लाया जाना बताया जा रहा है, जिस कारण कुछ ही समय में रेलिंग टूटने लगी है। एक-दो जगह पर तो 15-20 फुट तक रेलिंग ही गायब हो गई है। इससे आरओबी के अन्य निर्माण की गुणवत्ता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर मोहकमपुर रेलवे क्रॉसिंग पर घंटों जाम लगा रहता था। यहां पर वाहनों की लंबी कतार चौबीसों घंटे रहती थी, लेकिन रेलवे क्रॉसिंग पर फ्लाई ओवरब्रिज के निर्माण से पब्लिक को बड़ी राहत मिली। दून आने-जाने वालों को रोजाना जाम से जूझने की समस्या से छुटकारा तो मिला, लेकिन बार-बार ओवरब्रिज में अलग-अलग समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ रहा है। कभी ओवर ब्रिज पर लाइटें खराब रहती है, तो कभी गड््ढों से यातायात में असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। अब आरओबी की एप्रोच रोड की रेलिंग टूटने-फूटने लगी है, जो कभी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है।

मानकों के अनुरूप नहीं बने हैं पिलर
आरओबी के एप्रोच रोड के पिलर मानकों के अनुरूप नहीं बनाए गए हैं। पिलर पर नाम मात्र की सरिया लगाई गई है, जिस कारण जगह-जगह पिलर झुक कर टूट रहे हैं। निर्माण के समय इस पर कतई ध्यान नहीं दिया गया। दो बरसात बात ही पिलर क्षतिग्रस्त होने लग हैं।

20 फुट रेलिंग गायब
टूट-फूट जाने के बाद मौके से करीब 15 से 20 फुट रेलिंग गायब हो गई है। एनएचएआई के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इसकी जानकारी तक नहीं है। मामला संज्ञान में लाने के बाद अधिकारियों ने जल्द रेलिंग के मरम्मत की बात कही है।

41 करोड़ में बना आरओबी
मोहकमपुर आरओबी का निर्माण करीब 42 करोड़ रुपये में हुआ। हरिद्वार हाईवे पर बना यह आरओबी शहर का पहला फ्लाई ओवर था। इस आरओबी के सफल निर्माण के बाद शहर में चार और फ्लाई ओवर बनाए गए।

एनएचएआई के पास है एप्रोच रोड
मोहकमपुर फ्लाई ओवर का निर्माण लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला ने किया है, लेकिन आरओबी के एप्रोच रोड की रेलिंग का निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने कराया है। यह कार्य आरओबी निर्माण के बाद हाईवे चौड़ीकरण के दौरान 2019 में किया गया। रेलिंग को बने तीन साल भी नहीं हुए हैं कि रेलिंग टूटने लगी है।


मोहकमपुर आरओबी की रेलिंग टूटने की जानकारी नहीं है। यदि इसमें किसी तरह की टूट-फूट हो रही है, तो इसके लिए संबंधित कांट्रेक्टर को निर्देशित किया जाएगा। जल्द ही रेलिंग का गुणवत्तापरक निर्माण किया जाएगा।
सुमित सिंह, अधीक्षण अभियंता, एनएचएआई, देहरादून

टूटी रैलिंग से हो सकता है बड़ा हादसा
फ्लाईओवर की आईआईपी की ओर से पोस्ट आफिस के पास रेलिंग करीब 20 फुट करीब पूरी तरह निकल गई। इस जगह से लोग पैदल के साथ ही दोपहिया वाहन क्रास करा रहे हैं, जो कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। हाईवे पर 80 और 100 की स्पीड से वाहन फर्राटा भर रहे है, ऐसे में रैलिंग से क्रांस करने वाले वाहन कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं।

आरओबी की रेलिंग में घटिया सामग्री प्रयोग की गई है, जिस कारण यह रेलिंग टूटने लगी है। रेलिंग के पिलर पर सरिया मानकों के अनुरूप नहीं लगी है। इसकी गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए
सुभाष चमोली

टूटी हुई रेलिंग गायब हो गई है, जिस कारण लोग रेलिंग के बीच से पैदल चल रहे है। कई लोग वाहन भी इस रेलिंग के बीच से कट मार रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ा सड़क हादसा हो सकता है।
रमेश चंद्र
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