-कोरोना की बूस्टर डोज न लगाने वाले सबसे ज्यादा पेशेंट
-3 महीने बाद अचानक तेजी से बढ़े कोरोना के मामले
देहरादून, 19 अप्रैल (ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार बुधवार को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में टीबी की जांच कराने आए पेशेंट में कोरोना संक्रमण पॉजिटिव मिला। इनकी खांसी व गले में खराश ठीक नहीं हो रही थी। जिसके कारण टीबी की आंशका को लेकर डॉक्टर ने चेकअप कराया तो टीबी के साथ कोरोना की भी पुष्टि हुई। डॉक्टर्स के अनुसार टीबी के पेशेंट को सामान्य तौर पर रेगुलर दवा दी जाती है। इस दौरान उनकी इम्युनिटी भी कमजोर होती हैं। इसके कारण उनमें कोरोना की भी पुष्टि हो रही हंै।
दून में कोरोना के पेशेंट भर्ती
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के आयुष्मान वार्ड में कोरोना संक्रमित पेशेंट को भर्ती किया जा रहा हैं। पूर्व की भांति माइल्ड व हल्के सिम्टम होने पर कोरोना संक्रमित पेशेंट को भर्ती नहीं किया जा रहा है। उन्हें होम आइसोलेशन पर भेजा जा रहा हैं। बल्कि गंभीर परेशानी जैसे सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार जैसी समस्या में भर्ती किया गया जा रहा हैं। फिलहाल सभी कोरोना संक्रमित पेशेंट को आयुष्मान वार्ड में ही भर्ती किया जा रहा हैं। दून में बीते 7 दिनों में 5 से 8 पेशेंट रोजाना भर्ती हो रहे हैं।
4 माह बाद मिले पॉजिटिव केस
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के एक्सपट्र्स के अनुसार 4 माह बाद मार्च के अंतिम सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मामले मिलने लगे थे। कई बार एडवाइजरी भी जारी हुई। लेकिन, नियम का पालन नहीं हो पाया। इसके बावजूद केवल 7 परसेंट लोगों को ही कोविड की बूस्टर डोज लग पाई। जिसके चलते वैक्सीनेशन न होने के कारण कई पहले से बीमार लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा।
बुधवार को कोरोना के 147 पेशेंट
उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 147 मामले सामने आए हैं। जबकि, देहरादून में कुल 60 नए केस मिले। एक्टिव मरीजों की संख्या भी 369 के पार पहुंच चुकी है। जबकि, बीते एक माह में 10 कोरोना संक्रमित पेशेंट की मौत हो चुकी है।
बुखार खांसी ने बढ़ाई चिंता
कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच जुकाम व बुखार के पेशेंट की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हॉस्पिटल फ्लू व मेडिसिन ओपीडी में पेशेंट की संख्या 600 से ऊपर पहुंच गई हैं। हॉस्पिटल में मेडिसन और टीबी एंड चेस्ट की ओपीडी में खांसी, जुकाम, बुखार, नजले के मरीजों की भीड़ हैं। मेडिसीन ओपीडी में जहां 250 पेशेंट पहुंचते थे। यहां अब रोजाना 500 तक पेशेंट पहुंच रहे हैं। यहीं नहीं टीबी एड चेस्ट ओपीडी में भी पेशेंट की संख्या 180 तक पहुंच रही है। डॉक्टर्स के अनुसार कई लोगों की छाती में भी संक्रमण मिल रहा हैं। इन लक्षणों वाले पेशेंट की कोरोना जांच कराई जा रही हैं।
वर्जन -:
टीबी के पेशेंट के साथ पहले से बीमारी से जूझ रहे लोगों में संक्रमण के लक्षण मिल रहे हैं। ऐसे में लोगों को चाहिए कि व प्रीकॉशन रखें। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को अवश्य फॉलो करें। भीड़ भाड़ वाले इलाकों मास्क अवश्य लगाए।
डॉ.अनुराग अग्रवाल, पल्मोनोलॉजिस्ट, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल