देहरादून, ब्यूरो :
दून में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए 5 सूत्रीय रणनीति जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण व कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार का अनुपालन इंप्लीमेंट की जा रही है। इसके लिए पूर्व की भांति कोविड से बचाव को लेकर गाइडलाइन का पालन करना सुनिश्चित किया गया है। साथ ही सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना के संक्रमित पेशेंट की सूचना मिलने पर पेश्ेांट के हेल्थ अपडेट रेगुलर किए जाने निर्देश दिए।
डेंगू कंट्रोल के लिए ये विभाग तैयार
शहरी विकास विभाग
नगर निगम
ग्रामीण विकास विभाग
सूचना एंव जन सम्पर्क विभाग
आपदा प्रबंधन विभाग
शिक्षा विभाग
पंचायती राज विभाग
सिंचाई विभाग
परिवहन विभाग
कृषि विभाग
जलापूर्ति विभाग
महिला एवं बाल विकास विभाग
पर्यटन विभाग
मौसम विज्ञान विभाग
कोविड कंट्रोल को ये निर्देश
- कोविड -19 से बचाव को लेकर की जाने वाली वैक्सीनेशन को बढ़ाया जाए।
- हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड व दवाइयां मुहैया कराई जाएं।
-माइल्ड सिम्प्टम वाले पेशेंट को होम आइसोलेशन व गंभीर लक्षण वाले पेशेंट को हॉस्पिटल में उचित सुविधा दी जाए।
- सभी जिलों में कोरोना की जांच को बढ़ाया जाए व रिपोर्ट की जानकारी ऑनलाइन जारी की जाए।
- कोविड -19 अथवा फीवर केस की क्लस्टरिंग मिलती है तो वहां तुरंत जांच की जाए।
दून हॉस्पिटल मेंं बढ़ाए गए बेड
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बेड की व्यवस्था को बढ़ाया गया है। आयुष्मान वार्ड में 30 बेड कोरोना संक्रमित पेशेंट के लिए रिजर्व किए गये हैैं लेकिन, इन्हें अब 70 किया जा रहा है। 6 बेड का सस्पेक्टेड पेशेंट वार्ड भी बनाया जा रहा है।
डेंगू कंट्रोल के लिए ये डायरेक्शंस
-आबादी वाले क्षेत्रों में पानी जमा होने से रोका जाए।
- निर्माणाधीन परियोजनाओं में डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों की निगरानी की जाए।
- नगर निगम सभी विभागों के साथ तालमेल बना डेंगू निरोधात्मक कार्रवाई करे।
- डेंगू पेशेंट की सूचना मिलते ही क्षेत्र में फॅागिंग व सेनेटाइजेशन किया जाए।
- प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को मच्छर काटने से बचाव को लेकर जागरूक किया जाए।
- डेंगू रोग नियंत्रण के लिए जैविक आपदा नियंत्रण के नियमों एंव गतिविधियों का संचालन हो।
- स्कूल परिसर में डेंगू मच्छरों के पनपने के स्थानों की पहचान कर निस्तारण किया जाए।
- कक्षा के दरवाजे और खिड़कियों में जाली लगी हो।
- सीमेंट के टैंक, नालियां, अनुपयोगी ड्रम व डस्टबिन में पानी न जमा हो सके।
लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश जारी किया गया। सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनना समेत सेनेटाइजेशन का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया।
डा.आरराजेश कुमार, प्रभारी सचिव, एनएचएम
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