- एक हफ्ते पहले दून में 99 हो गई थी एक्टिव पेशेंट की संख्या
- अब संख्या पहुंची 121, हर रोज बढ़ रहे एक्टिव पेशेंट
देहरादून,
दून सहित राज्य के सभी जिलों को कोविड मुक्त होने का सपना दूर होता जा रहा था। एक हफ्ते पहले तक जहां देहरादून में एक्टिव पेशेंट की संख्या 100 से कम हो गई थी, वहीं दूसरी ओर अब यह संख्या बढ़कर 121 हो गई है। हालांकि फिलहाल हर रोज पेशेंट की संख्या काफी कम है, लेकिन रिकवर होने वालों की संख्या इससे भी कम है।
99 से बढ़कर 121 एक्टिव
बीते 22 अगस्त को देहरादून में कोविड एक्टिव पेशेंट की संख्या 99 हो गई थी। उम्मीद की जा रही थी। कम एक्टिव केस आने के कारण उम्मीद की जा रही थी कि दून में धीरे-धीरे एक्टिव पेशेंट की संख्या में और कमी आएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान नये पॉजिटिव केसेज की संख्या हर रोज 3 से 13 के बीच रही, लेकिन हर दिन रिकवर होने वाले पेशेंट की संख्या नये पॉजिटिव केसेज की तुलना में कम होने के कारण अब यह आंकड़ा 121 हो गया है।
बाकी जिले में बढ़े केस
राज्य के कुछ जिलों में पिछले दिनों एक्टिव केसेज की संख्या 10 से कम हो गई थी। टिहरी जिला एक पॉजिटिव केस तक पहुंच गया था। उम्मीद की जा रही थी कि टिहरी सबसे पहले कोविड मुक्त होने वाला जिला बन जाएगा। लेकिन, पिछले दिनों टिहरी में दो नये पॉजिटिव केस आने के बाद अब एक्टिव केसेज की संख्या 3 हो गई है। बागेश्वर में भी 3 एक्टिव केस हैं। उत्तरकाशी में एक्टिव केसेज की संख्या 5 और अल्मोड़ा में 6 है। राज्य में अब कुल 326 एक्टिव केस हैं।
दून में 6 नये केस
दून में सैटरडे को 6 नये पॉजिटिव केस कंफर्म हुए, जबकि एक भी पेशेंट रिकवर नहीं हुआ। राज्य के 5 जिलों, अल्मोड़ा, चमोली, चम्पावत, टिहरी और उत्तरकाशी में कोई नया पॉजिटिव केस नहीं आया। राज्य में कुल 19 नये पॉजिटिव केस सामने आये और 14 रिकवर हुए।
आईएसबीटी में एक पॉजिटिव
2 अगस्त के बाद आईएसबीटी में पहली बार एक नया कोविड पॉजिटिव केस कंफर्म हुआ। कोविड सेकेंड वेव शुरू होने के बाद से ही आईएसबीटी में एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की गई है। 2 अगस्त को आखिरी बार आईएसबीटी पर दिल्ली से आया एक पैसेंजर पॉजिटिव आया था। इसके बाद सैटरडे को चंडीगढ़ से आया पैसेंजर कोविड पॉजिटिव पाया गया। आईएसबीटी पर हर रोज 150 से 200 एंटीजन टेस्ट किये जाते हैं।
ब्लैक फंगस से राहत
ब्लैक फंगस से पिछले कुछ दिनों से लगातार दून को राहत है। सैटरडे को कोई नया ब्लैक फंगस पेशेंट नहीं आया और न ही किसी की डेथ हुई। हालांकि कोई पेशेंट रिकवर भी नहीं हुआ। राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 574 पेशेंट आये हैं। इनमें से 131 की डेथ हुई। 342 रिकवर हो चुके हैं, जबकि 61 पेशेंट राज्य से बाहर चले गये थे।