देहरादून,(ब्यूरो): आजकल दून में थूक जिहाद का मुद्दा हर जुबां पर चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, इस पर सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए एसओपी तक जारी कर दी है। पुलिस बराबर इस पर चेकिंग अभियान संचालित कर रही है। लेकिन, मसूरी में ये ऐसा सामने आने के बाद अब लोगों में डर बना हुआ है। इसी को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सोशल मीडिया पर पोल कर लोगों की प्रतिक्रिया जाननी चाही। जिस पर बेबाकी से लोगों ने अपनी राय सामन रखी।

हिल क्वीन मसूरी का मामला

दरअसल, दो सप्ताह पहले ही पहाड़ों की रानी मसूरी में लाइब्रेरी चौक पर पर्यटकों को थूक मिलाकर चाय परोसने की घटना सामने आई। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। आरोप लगे कि रेहड़ी लगाने वाले एक समुदाय के दो युवक लंबे वक्त से पर्यटकों को चाय में थूक मिली चाय परोस रहे थे। इसी दौरान किसी ने वीडिया बना डाला और वह वायरल हो गया। पर्यटकों की ओर से इस बारे में एसएसपी ऑफिस में शिकायत तक दर्ज की गई है। आरोप ये भी लगे कि इन युवकों ने पर्यटक को धमकी तक दे डाली। पुलिस के मुताबिक इस मामले पर कार्रवई की चुकी है। लेकिन, इसके बाद कुछ संगठनों ने जमकर बवाल भी मचाया। सोशल मीडिया पर किए गए पोल के मुताबिक विभाग की ओर से एसओपी तैयार की गई है, 57 परसेंट लोगों ने उसको ठीक करार दिया। 29 परसेंट लोगों की राय है, ऐसे लोगों पर इससे ज्यादा भी ठोस कार्रवाई सुनिश्चित हो। 100परसेंट लोगों ने ठोस कानून बनाने तक की अपनी राय रखी और ऐसे ही 100 परसेंट लोगों ने कहा कि ऐसी करतूत पहले से होती रही होंगी।

खाद्य पदार्थों में थूकने की घटना सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने सख्ती बरतने के लिए एसओपी तैयार कर दी है। 25 हजार से 1 लाख तक जुर्माने का प्रावधान है इस बारे में क्या कहेंगे आप?

ठीक है---57 परसेंट

गलत--0 परसेंट

अभी भी हल्का नियम--29 परसेंट

कुछ नहीं कहना--14

क्या आपको लगता है कि सरकार की ओर से जारी इस एसओपी के बाद ऐसे मामलों पर रोक लग पाएगी। या फिर ऐसे मामलों पर सख्ती बरतने के लिए ठोस नियम बनाने की जरूरत है।

कुछ हद तक--0 परसेंट

ठोस कानून बने--100 परसेंट

कोई फर्क नहीं पड़ेगा--0 परसेंट

कुछ नहीं कहना-- 0 परसेंट

क्या आपको ये भी लगता है कि ऐसे मामले एकाध ही सामने आते हैं, या फिर पहले से होते हुए आ रहे होंगे। जिससे देवभूमि की साख देश-दुनिया में धूमिल हो रही होगी।

पहले से होते होंगे--100 परसेंट

कुछ ही मामले होंगे--0 परसेंट

छवि धूमिल हुई होगी--0 परसेंट

कुछ नहीं -- 0 परसेंट

प्रकरण सामने आने के बाद अचानक 2 दिन पुलिस ने होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा, फूड वैन के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया। सीसीटीवी कैमरे, मास्क, साफ-सफाई और कार्मिकों का सत्यापन किया। क्या ये लगातार जरूरी है।

ये आवश्यक है--33 परसेंट।

जरूरत नहीं--0 परसेंट

कैंपेन जारी रहे--67 परसेंट

कुछ नहीं--0 परसेंट

सोशल मीडिया पर आए रिएक्शंस

खाद्य पदार्थों में थूकने वालों पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा जो लोग दूध, घी, पनीर व खाने की अन्य सामग्रियों में भी मिलावट करते हैं। समय-समय पर चेकिंग होनी चाहिए।

-संदीप।

तो लोगों पर ही थूकती है। उस पर कितना जुर्माना होना चाहिए।

-राजेश रावत।

ये जारी की गई है एसओपी

-खाद्य पदार्थों में थूक या गंदगी मिलाने पर अब दोषियों के खिलाफ 25 हजार से 1 लाख रूपये तक का जुर्माना।

-खाद्य कारोबारियों को अपने कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से पहनाना होगा फोटोयुक्त पहचान पत्र, सीसीटीवी लगाने होंगे।

-मीट कारोबारियों, ढाबे, होटल व रेस्टारेंट संचालकों को लिखना होगा मीट हलाल का है या फिट झटके का।

-भोजन बनाने और परोसने वाले कार्मचारियों को जरूरी रूप से फेस मास्क, ग्लब्स व हेड गियर पहनने होंगे।

-स्वच्छता के मानकों का पालन न करने वाले करोबारियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2006 के तहत दंडित किए जाने का प्रावधान।

पुलिस का अभियान, 138 संचालकों पर कार्रवाई

प्रकरण सामने आने के बाद एसएसपी दून के निर्देश पर शहर और आउटर इलाकों में कई बार पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है। इसी क्रम में रविवार को पुलिस ने सड़क किनारे मौजूद होटल, ढाबों, रेस्टोरेंटों, फूड स्टालों व फूड वैनों पर खिलाफ अभियान चलाया। जहां पुलिस की कई टीमों ने 418 खाद्य प्रतिष्ठानों को चेक किया। बदले में 138 संचालकों के खिलाफ गंदगी पाए जाने पर पुलिस एक्ट में कार्रवाई की गई। इसके अलावा 115 लोगों को सत्यापन न कराए जाने पर उनको थाने लाया गया। बताया गया है कि सीएम और डीजीपी के निर्देश पर खाद्य प्रतिष्ठानों पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। जहां खाद्य पदार्थों में मिलावट, साफ-सफाई व्यवस्था, हाइजीन व सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।

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