देहरादून, (ब्यूरो): प्रेमनगर से आगे केहरीगांव इलाके में मुख्य सड़क के हाल बुरे हैं। जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार केहरीगांव महिमा एन्क्लेव व सैनिक कॉलोनी को जोडऩे वाली एक मात्र सड़क, जो 2003-2004 में मंडी समिति की ओर से बनाई गई थी। लेकिन, 20 सालों से कोई मरम्मत नहीं हो पाई। जिस कारण सड़क के हाल-बदहाल हो गए हैं। इसको लेकर क्षेत्रवासियों में खासी नाराजगी बनी हुई है।
इलाके में हैैं 800 परिवार
स्थानीय निवासी व सोशल एक्टिविस्ट सुबेदार मेजर (रिटा.)तीरथ सिंह रावत के मुताबिक केहरी गांव में सड़क की हालत खराब होने के कारण मानसून के सीजन में सबसे ज्यादा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में करीब 800 परिवार निवास करते हैं। जबकि, पढ़ाई के लिए पहुंचे करीब दो हजार स्टूडेंट्स भी यहां किराए पर रहते हैं। लेकिन, सड़क की स्थिति देखकर स्थानीय लोगों के साथ ही स्टूडेंट्स भी परेशान हैं।
12 साल से लगातार कर रहे कंप्लेन
स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलोनीवासी पिछले करीब 12 सालों से मंडी समिति, निर्माण खंड, नगर निगम, स्थानीय विधायक, पार्षद, जनप्रतिनिधियों व मुख्यमंत्री के पोर्टल के साथ ही जिलाधिकारी तक को अपनी शिकायत पहुंचा चुके हैं। लेकिन, किसी ने सड़क को लेकर इनीशिएटिव तक नहीं लिया और गेंद दूसरे के पाले में डाल रहे हैं। ऐसे में इलाकेवासी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।
आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे
सैनिक महिला रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत के मुताबिक सड़क के खस्ताहाल के चलते रोजाना इलाके में 5 से लेकर 6 लोग चोटिल हो रहे हैं। जबकि, आए दिन वाहनों को आगे-पीछे के चक्कर में झगड़े भी हो रहे हैं। कॉलोनीवासियों ने सरकार से मांग की है कि सड़क की मरम्मतीकरण का काम किया जाए। ऐसा न होने पर वे आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे।
उत्तराखंड के 24 साल हो गए हैं। लेकिन, हमारी 1 किमी लंबी सड़क को बने हुए 21 साल हो गई हैं। लेकिन, अब तक मरम्मत का काम नहीं हो पाया। आए दिन लोगों को सड़क दुर्घटनाओं को शिकार होना पड़ रहा है।
-अंकुर नेगी, स्थानीय निवासी।
इलाके में सड़कों के हाल इस कदर खराब हैं कि दो वाहनों को आपस में क्रॉस करना तक मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा क्षेत्र में पैदल चलने वालों की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। कोई सुनने को तैयार नहीं है।
-मनोहर नेगी, स्थानीय निवासी।
क्षेत्र में क्षेत्रवासियों के साथ ही कई स्कूल व कॉलेजों के स्टूडेंट्स भी निवास करते हैं। जिन्हें सड़कों को लेकर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार सड़क की मरम्मत को लेकर आग्रह किया गया। कोई सुनने वाला नहीं।
-सुबेदार विजयपाल सिंह रावत, स्थानीय निवासी।
सैनिक महिमा रेजीडेंसी कॉलोनी में सड़क के हाल बयां करने लायक नहीं। इलाके की सड़क से मेन सड़क तक पहुंचने में आधे घंटे से ज्यादा का वक्त लग जाता है। जनप्रतिनिधि, सरकार और विभाग कोई सुनने वाला नहीं।
-जितेंद्र नेगी, स्थानीय निवासी।
इलाके में इस कदर गड्ढे मौजूद हैं कि कब वाहन चालक पैदल चलने वालों को टक्कर मार दे, हर समय डर बना रहता है। सरकार के आग्रह है कि एक बार इलाके पर सड़क की मरम्मत को लेकर ध्यान दे दिया जाए।
-प्रदीप जैन, स्थानीय निवासी।
सरकार से विनम्र विनती है कि मंडी समिति की ओर से बनाई गई सड़क का जीर्णोद्वार कर दिया जाए। उत्तराखंड गठन के सिलवर जुबली होने वाली है। जबकि, चुनाव के दौरान सड़क, पानी व बिजली मुद्दे रहते हं। लेकिन, अब सब चुप हैं।
-कैप्टन डीएस नेगी, स्थानीय निवासी।dehradun@inext.co.in