देहरादून (ब्यूरो)। पेट्रोल सातवें आसमान पर पहुंचने और टूरिस्ट की आवाजाही बढ़ने से एकाएक सीएनजी की किल्लत बढ़ने लगी है। खासकर वीकेंड पर यह समस्या ज्यादा दिखने लगी है। दून से ही मसूरी, धनौल्टी, चकराता, त्यूणी, उत्तरकाशी जैसे पर्यटक स्थलों के लिए टूरिस्ट की आवाजाही जारी रहती है। जाहिर है ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को सीएनजी की परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला बाईपास स्थित देवू फिलिंग स्टेशन के ओनर शांति रावत के अनुसार आधी रात में ही वाहन चालक लाइन में खड़े हो जा रहे हैं। जिस कारण ट्यूजडे को सीएनजी पंप सुबह 4 बजे ही खोलना पड़ा। सीएनजी पंप संचालकों का कहना है कि हरिद्वार सीएनजी प्लांट से ही सीमित संख्या में सीएनजी की गाड़ियां पहुंच रही हैं। लेकिन, पर्यटकों की संख्या बढ़ने से सीएनजी की पर्याप्त प्रतिपूर्ति नहीं हो पा रही है। इधर, सीएनजी के रेट 81 से 90 रुपए तक पहुंच गए हैं।
पाइप लाइन का काम कुआंवाला तक पूरा
सीएनजी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वीकेंड पर टूरिस्ट का फ्लो जरूर बढ़ा है। अब जून तक पाइप लाइन के जरिए सीएनजी की सप्लाई दून तक हो सकेगी। कुंआवाला तक पाइप लाइन बिछाए जाने का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा वर्तमान समय में सीएनजी की खपत को देखते हुए गाड़ियां बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। डीएसओ जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि सीएनजी की प्रतिपूर्ति तेल कंपनियों पर ही निर्भर है।
इन इलाकों से आ रहे वाहन
-हरियाणा
-चंडीगढ़
-राजस्थान
-यूपी
-पंजाब
सीएनजी की कमी के कारण
-ट्रैफिक में सीएनजी गाड़ियों का फंसना
-अचानक सीएनजी के वाहनों की वीकेंड पर संख्या बढ़ना
-हरिद्वार प्लांट से सीमित मात्रा में सप्लाई
-सीमित संख्या में सीएनजी पंप होना
-सीएनजी की गाड़ियों की संख्या में इजाफा होना
दून में मौजूद सीएनजी पंप
-मालसी
-सहस्रधारा रोड
-पुलिस लाइन
-शिमला बाईपास