देहरादून (ब्यूरो) सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। कहा, शहीद आंदोलनकारियों ने जो सपने उत्तराखंड के लिए देखे थे, उन्हें पूरा करने का कार्य राज्य सरकार कर रही है। कहा, 1 सितंबर को खटीमा कांड, 2 सितंबर को मसूरी और 2 अक्टूबर को रामपुर तिराहा कांड हुआ। ये तीनों दिन हमारे राज्य के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हैं। सीएम ने कहा कि हम अपने अमर शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को कभी भूला नहीं सकते। शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे आंदोलन को बर्बरतापूर्ण कुचलने का काम तत्कालीन सरकार ने किया। सीएम ने कहा कि शहीद आंदोलनकारियों का सपना था कि एक ऐसा उत्तराखंड बने, जहां सबको समान अधिकार मिलें। इसी लक्ष्य को लेकर राज्य सरकार आगे बढ़ रही है।
शहीद स्थल पर भी किया नमन
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच की ओर से भी दून स्थित शहीद स्थल पर भी राज्य आंदोलन के शहीदों को याद किया गया। शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा में मंच के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व राज्य मंत्री रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि मसूरी की गोली कांड की घटना ने सबको हिलाकर रख दिया था। जिससे राज्य आंदोलन की आग और भड़क गईं। अशोक वर्मा व केशव उनियाल ने कहा कि सभी उस घटना से आहत थे और तत्कालीन प्रदेश सरकार के प्रति सभी में आक्रोश था, आज भी उन कसूरवार लोगों को सजा नहीं मिली, जिसका आंदोलनकारियों को दुख है। इस मौके पर कई राज्य आंदोलनकारी मौजूद रहे।
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