- पछवादून में बादल फटने और नदी में बहने से दो की मौत
- एसडीआरएफ व पुलिस ने किया रेस्क्यू
देहरादून,
बुधवार से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने पछवादून में भारी तबाही मचाई। बिन्हार क्षेत्र में पष्टा के जाखन गांव में बादल फटने और सेलाकुई क्षेत्र की सारना नदी में बह जाने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो व्यक्तियों की मौत हो गई। जाखन में तीन दर्जन से अधिक किसानों की फसलें मलबे में दब गई है। घटना के बाद राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस टीम ने पष्टा क्षेत्र के जाखन में रेस्क्यू कर मलबे में दबा शव निकाला। वहीं एकाएक जल स्तर बढ़ने से तीन पावर हाउसों में बिजली उत्पादन भी ठप हो गया है। हथियारी में निर्माणाधीन व्यासी जल विद्युत परियोजना स्थल पर मलबे में कई मशीनें दब गई। लांघा मटोगी मार्ग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे आवागमन प्रभावित रहा।
सोते हुए मलबे में जिंदा दफन
बिन्हार के पष्टा क्षेत्र के जाखन कौशियान में दर्शन सिंह पुत्र मोहर सिंह गुरुवार की रात छानी में सो रहे थे, जबकि उसके परिवार के सदस्य भूड़ में गए हुए थे। शुक्रवार तड़के बादल फटने से छानी धराशाई हो गई और उसमें सो रहे दर्शन सिंह मलबे में दब गये। सूचना मिलने पर कोतवाल प्रदीप बिष्ट, एसएसआइ कुलवंत सिंह, कालसी थानाध्यक्ष ऋतुराज मौके पर पहुंचे उन्होंने घटना की सूचना तहसील प्रशासन को दी। इसके बाद राज्य आपदा मोचन बल को भी मौके पर बुलाया गया है। बादल फटने से जगह-जगह सड़क भी मलबे में दब गई। वहीं पुलिस और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू करने के लिए रस्सी के सहारे चार गदेरे पार कर करीब चार किलोमीटर पैदल चली और करीब एक किलोमीटर नीचे मलबे से होते हुए जाखन के प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। वहां पर टीम ने रेस्क्यू कर मलबे में दबे दर्शन सिंह के शव को मलबे से निकाला। बादल फटने से मरने वाले दर्शन का बैल, जयपाल की बकरियां भी बह गई।
नदी में बहकर आया शव
सहसपुर थाना क्षेत्र के खुशहालपुर में नदी में बहकर आया शव बरामद किया गया। दारोगा विनोद कुमार ने बताया कि शव की शिनाख्त हुकुम सिंह पुत्र वीर सिंह मूल निवासी बिजनौर उत्तर प्रदेश, हाल निवासी सेलाकुई के रूप में हुई। जांच में आया कि गुरुवार की रात में हुकुम सिंह सेलाकुई के पास नदी पार करने के दौरान बह गए थे। पुलिस ने शव का पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया।