- दोपहर तक बंद रहा सिटी बसों का संचालन
- दोपहर बाद आरटीओ के आश्वासन पर हड़ताल वापस
देहरादून,
दून में सिटी बस संचालकों की हड़ताल के कारण यात्री हलकान रहे। सोमवार सुबह सिटी बस व ऑटो के सहारे ऑफिस जाने वाले लोगों को बस स्टॉप पर पहुंचने पर पता चला कि ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल पर हैं। ऐसे में उन्हें लिफ्ट लेकर या फिर दूसरे जरिये से गंतव्य तक जाना पड़ा।
कई संगठनों ने दिया समर्थन
टाटा मैजिक एसोसिएशन
दून ऑटो रिक्शा यूनियन
दून ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन
दून वैली कॉन्ट्रेक्ट कैरिज
गढ़वाल ट्रक ओनर्स एसोसिएशन
उत्तराखंड बस ऑपरेटर्स महासंघ
189 बसों का नहीं हुआ संचालन
-ईसी रोड के लिए नहीं मिले वाहन
-सीमा द्वार जाने वालों को उठानी पड़ी दिक्कत
-क्लेमेंट टाउन रूट पर नहीं चली बस
-सहस्त्रधारा की सवारी भी करती रही इंतजार
- गढ़ी कैंट के लिए नहीं मिले विक्रम
- डोईवाला के लिए भी ठप रही बस सेवा
यह है बस संचालकों की मांग
सिटी बस संचालकों ने कॉमर्शियल वाहनों की सरेंडर पॉलिसी में परिवर्तन किए जाने का विरोध किया है। वे पहले वाली पॉलिसी को ही इंप्लीमेंट कराना चाहते हैं। इसके साथ ही एक साल का टैक्स माफ कराना चाहते हैं। सरकारी और प्राइवेट बैंकों की किश्त बिना ब्याज 2 साल एक्सटेंशन की मांग कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक बस योजना की समीक्षा की जाए जिससे की सिटी बस वाहन मालिकों को नुकसान ना हो। सिटी बसों के लिए एक टर्मिनल की व्यवस्था की मांग की गई है।
वार्ता के बाद माने संचालक
सिटी बस संचालक हड़ताल के बीच आरटीओ कार्यालय में अपनी बसों को सरेंडर करने पहुंचे। इस बीच उनके समर्थन में अन्य ट्रांसपोर्टंर्स भी पहुंचे। सिटी बस संचालकों से आरटीओ व एआरटीओ वार्ता के लिए पहुंचे। आरटीओ ने सभी मांगों पर विचार कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त कर दिया गया। दोपहर 3 बजे के बाद बसों का संचालन दोबारा शुरू हुआ।
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आरटीओ के आश्वासन के बाद हड़ताल को स्थगित किया गया। हालांकि एक सप्ताह में हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम उग्र आंदोलन पर बाध्य होंगे
- विजय वर्धन डंडरियाल, अध्यक्ष सिटी बस यूनियन
ट्रांसपोर्टर्स की मांगो को उच्च अधिकारियों को पहुंचाया जाएगा। इसके बाद ही इनकी मांगों पर कुछ कार्रवाई संभव है। हालांकि पब्लिक की समस्या को देखते हुए इनका प्रस्ताव रखा गया है।
- दिनेश चंद्र पठोई, आरटीओ देहरादून