देहरादून ब्यूरो। पुलिस के अनुसार मंडे सुबह नवाबगंज निवासी जावेद पुलिस को सूचना दी गई कि कैनाल रोड बसंतपुर स्थित उनकी वर्कशॉप में उनके चौकीदार राजकुमार की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज करके तुरंत मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी। हत्यारे तक पहुुंचने के लिए पुलिस ने 4 टीमों का गठन किया। टीमों ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक और मुखबिरों के माध्यम से जानकारी हासिल की। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में एक संदिग्ध युवक नजर आया, जिसकी पहचान सुल्तान पुत्र गुलजार निवासी अंबाडी थाना विकासनगर की रूप में हुई। पुलिस ने तुरंत सुल्तान के घर पहुंचकर उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पहले वह बहाने बनाने लगा, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने राजकुमार की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।

नशे की लत ने बनाया हत्यारा
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह नशे का आदी है। उसे नशे के लिए पैसों की जरूरत थी, लेकिन कहीं से पैसे नहीं मिले। ऐसे में उसने संडे की देर रात चोरी करने की योजना बनाई। इसके लिए वह कैनाल रोड की तरफ निकल गया। जब वह जावेद मोटर वर्कशॉप के पास पहुंचा तो वर्कशॉप के बाहर चौकीदार सो रहा था। उसे उम्मीद थी कि ऐसे में उसने पास ही पड़े बांस के डंडे से चौकीदार की सिर पर कई वार किये। जब उसे लगा कि अब उसकी मौत हो गई है तो उसने चौकीदार की जेब टटोली। जेब में 1250 रुपये मिले। रुपये लेकर वह वहां से चला गया। चौकीदार की पहचान राजकुमार पुत्र स्व। सिंगरू निवासी ग्राम धर्मचक्र मारखम ग्रांट थाना डोईवाला, उम्र 72 वर्ष के रूप में हुई है।

घटना में बरामद सामान
- बांस का डंडा जिससे कत्ल किया गया।
- घटना के वक्त आरोपी द्वारा पहने हुए खून लगे कपड़े।
- खून से सने जूते।
- चौकीदार से जेब से निकाले गये 1250 रुपये।

आरोपी का भाई हिस्ट्रीशीटर
बुजुर्ग चौकीदार के मर्डर के आरोपी सुल्तान के खिलाफ यह पहला केस है। लेकिन उसका भाई पहले से इलाके का कुख्यात बदमाश और हिस्ट्रीशीटर है। आरोपी के भाई हैदर को एक दिन पहले ही चोरी के एक मामले में थाना विकासनगर से जेल भेजा गया था। उसके खिलाफ थाना विकासनगर में 8 मामले दर्ज हैं। इनमें नशा तस्करी और अवैध हथियार रखने जैसे मामले भी शामिल हैं।