- एम्स व स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध कराएंगे एयर एम्बुलेंस व ड्रोन सर्विस
- श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में स्थापित होगी कैथ लैब व ट्रामा सेंटर

देहरादून,(ब्यूरो):

स्वास्थ्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने जारी बयान में बताया कि मंडे को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में चार धाम यात्रा को लेकर आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। जिसमें चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर राज्य की ओर से डिटेल प्रेजेंटेशन दिया गया। जिसके तहत अधिकतर बिंदुओं पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री सहमति देते हुए जल्द डीपीआर उपलब्ध कराने के लिए कहा। बताया गया है कि अब एक सप्ताह में केंद्र को डीपीआर भेजे जाने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ। रावत ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुये इस बार स्वास्थ्य विभाग की ओर से खास तैयारी की जा रही है।

::चार धाम इनसे होगी कवर::
-108 आपातकालीन सेवा
-एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस
-कार्डियक एम्बुलेंस सेवा
-स्वास्थ्य विभाग व मेडिकल कॉलेजों के स्पेशलिस्ट की होगी तैनाती
-प्रदेश व प्रदेश से बाहर के मेडिकल के पीजी स्टूडेंट्स को भी जरूरत पडऩे पर दी जाएगी तैनाती
-मेडिकल, पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टॉफ की भी यात्रा मार्गों पर होगी तैनाती

एम्स के साथ दो मेडिकल कॉलेजों का सहयोग
बताया गया है कि बैठक में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस मानते हुये कैथ लैब व ट्रामा सेंटर स्थापित करने पर भी सहमति बनी। इसके अलावा एम्स ऋ षिकेश, दून मेडिकल कॉलेज व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज आपसी समन्वय बनाते हुये इमरजेंसी स्थिति में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एयर एम्बुलेंस सेवा मुहैया कराएंगे। वहींं, आपाताकाल में यात्रियों को मेडिसिन की उपलब्धता के लिये ड्रोन की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बताया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य सरकार को चार धाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे को मजबूत करने के लिये पर्याप्त धन राशि स्वीकृत करने का आश्वासन दिया।

चार हॉस्पिटल्स के उच्चीकरण का प्रस्ताव
स्वास्थ्य मंत्री डॉ। ने बताया कि चारधाम यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिये यात्रा मार्ग पर पडऩे वाले हॉस्पिटलों का उच्चीकरण जरूरी है। जिससे यहां आने वाले यात्रियों को अधिक ऊंचाई वाले यात्रा मार्गों पर आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। इसी को देखते हुए चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों जनपद उत्तरकाशी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़कोट व भटवाड़ी, रुद्रप्रयाग में ऊखीमठ और जनपद चमोली में जोशीमठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण का प्रस्ताव केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के सामने रखा। इस पर उन्होंने सकारात्मक रूख दिखाते हुये डीपीआर तैयार कर केंद्र को उपलब्ध कराने के लिए कहा। डॉ। रावत ने बताया कि इन अस्पतालों के उच्चीकरण से तीर्थ यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को बेहतर हेल्थ सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।

एक नजर
-यमुनोत्री, केदारनाथ व हेमकुंड साहिब की पैदल यात्रा पर एक किमी की दूरी पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट स्थापित होगा।
-इनका निर्माण इस तरह से होगा कि भारी बर्फबारी व बरसात में भी मजबूती सेवाएं मिलेंगी।
-इन स्थानों पर यात्रा काल के दौरान डॉक्टर्स व फॉर्मासिस्ट के साथ पैरामेडिकल स्टॉफ रहेगा मुस्तैद।
-इनके पास ईसीजी मशीन, पोर्टेबल आक्सीजन सिलेंडर व लाइफ सेविंग मेडिसीन रहेंगी मौजूद।
-योजना का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर जल्द ही केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।