- 3 अप्रैल से ग्रीन व ट्रिप कार्ड बनने हुए शुरू, अब तक ट्रिप कार्ड की संख्या पहुंची 55477
- 61 दिनों की चारधाम यात्रा के दौरान ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड से 1.20 करोड़ से ज्यादा की कमाई
देहरादून, 23 जून (ब्यूरो)। नियमानुसार हर वर्ष चारधाम यात्रा पर निकलने के लिए परिवहन विभाग के मुताबिक प्रदेश के कॉमर्शियल वाहनों और अन्य राज्यों के निजी व कॉमर्शियल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड बनाने की बाध्यता है। यही वजह है कि इस बार भी चारधाम यात्रा समेत हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने का सिलसिला 3 अप्रैल 2023 से शुरू कर दिया गया था। परिवहन विभाग के आकंड़ों पर नजर दौडय़ें तो अब तक कुल 22565 ग्रीन कार्ड यात्रा के लिए बन चुके हैं। इसमें उत्तराखंड और दूसरे राज्यों के ग्रीन कार्ड भी शामिल हैं। अकेले उत्तराखंड से बनने वाले ग्रीन कार्ड दूसरे राज्यों की तुलना में आगे हैं। उत्तराखंड के ग्रीन कार्ड बनने की संख्या 28106 है। जबकि, दूसरे राज्यों के ग्रीन कार्ड की संख्या 17024 हैं।
ऋषिकेश नम्बर वन
ग्रीन कार्ड राज्य के कई शहरों से बनाए जा रहे हैं। यात्रा का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले ऋषिकेश से 7040 ग्रीन कार्ड बने हैं। जबकि दूसरे नंबर पर हरिद्वार से 5052, तीसरे नंबर पर देहरादून से 4468 व चौथे नंबर पर रुड़की से 3890 ग्रीन कार्ड बने हैं।
हर रोज 19 लाख की कमाई
परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब तक बने 22 हजार से ज्यादा ग्रीन कार्ड के एवज में सरकार ने 1 करोड़ 20 लाख से ज्यादा शुल्क प्राप्त किया है। साफ है कि 61 दिनों की यात्रा के दौरान हर रोज ग्रीन कार्ड के नाम पर परिवहन विभाग को 19.79 लाख की कमाई हुई हैं।
इनके बनते है ग्रीन कार्ड
बस
मिनी बस
मैक्स कैब
टैक्सी कैब
किस वाहन के कितने ग्रीन कार्ड
-बस
उत्तराखंड की 1974 , दूसरे राज्यों के 716
- मिनी बस
उत्तराखंड के 1240, दूसरे राज्यों के 1550
- मैक्सी कैब
उत्तराखडं के 3910 दूसरे राज्य के 2593
-टैक्सी कैब
उत्तराखंड के 6929 , दूसरे राज्य के 3653
कुल ग्रीन कार्ड
उत्तराखंड -- 14053 , दूसरे राज्य के 8512
कुल ये बने ग्रीन कार्ड
बस - 2690
मिनी बस- 1674
मैक्सी कैब- 6053
टैक्सी कैब- 10582
ट्रिप कॉर्ड में भी रिकॉर्ड
यात्रा पर आने वाले यात्रियों ने इस बार रिकॉर्ड ट्रिप कार्ड बनवाये हैं। आकड़ों के मुताबिक 21 जून तक 55477 वाहनों के ट्रिप कार्ड बने हैं। इनमें बसों के 8822, मिनी बसों के 15809, टैक्सी के 9305 और मैक्स के 21541 ट्रिप कार्ड शामिल हैं। खास बात ये है कि इन ट्रिप कार्ड के जरिए अब तक 550953 यात्रियों ने इन वाहनों के जरिए यात्रा की है।
क्या होता है ग्रीन व ट्रिप कार्ड
चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने वाले यात्री वाहनों को ग्रीन कार्ड बनाना जरूरी होता है। इसके जरिए वाहनों की फिटनेस समेत सभी डॉक्यूमेंटेशन की जांच होती है। इसके अलावा इन वाहनों का रिकॉर्ड भी रखा जाता है। इन वाहनों में उत्तराखंड के कॉमर्शियल व अन्य राज्यों के प्राइवेट व कॉमर्शियल वाहन शामिल होते हैं। पहले ग्रीन कार्ड हर बार यात्रा में जाने पर बनाने होते थे। जबकि, अब इसमें बदलाव किया गया है इस वर्ष एक बार ग्रीन कार्ड बनने पर वे 31 नवम्बर तक वैलिड रहेंगे। इसके अलावा ट्रिप कार्ड यात्रा मार्ग पर जाने पर हर बार यात्रियों की संख्या के साथ ट्रिप कार्ड लेना अनिवार्य होता है। इससे यात्रियों का रिकार्ड भी विभाग के पास सुरक्षित रहता है।
प्वाइंटर्स -:
- रोजाना हो रहा 250 -300 बसों का संचालन
-शटल सेवा से चारधाम यात्रा में पहुंचे 11176 वाहन से 661974 यात्री।
-100 बसों की यात्रा पर जाने के लिए अतिरिक्त 250-300 बसों का संचालन किया है।
61 दिन, 3027225 यात्री
कुल पहुंचने वाले यात्री - 3027225
यमुनोत्री - 469378
गंगोत्री - 541287
केदारनाथ - 1029884
बद्रीनाथ - 898221
हेमकुंड - 88455
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पिछले साल यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड 20 हजार के करीब बने थे। जो इस वर्ष अब तक 22 हजार से ज्यादा बन चुके है। जबकि, ट्रिप कार्ड 49 हजार से भी ज्यादा 55 हजार से ज्यादा कार्ड बन चुके है। टीम लगातार यात्रा में आने वाले वाहनों पर निगरानी कर रही है। नियम का पालन न करने पर कार्रवाई की जा रही है।
-: सुनील शर्मा, आरटीओ प्रशासन देहरादून