- थाना रायवाला पुलिस ने 8.50 लाख रुपये की स्मैक पकड़ी
- नशा मुक्त उत्तराखंड कहीं सिर्फ नारा बनकर न रह जाए

देहरादून, 7 मई (ब्यूरो)।
उत्तराखंड पुलिस पिछले कई दिनों से दावा कर रही है कि वह 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त करने की सीएम धामी के संकल्प को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। दूसरी तरफ राज्य में नशे की तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही है। पुलिस जब किसी नशा तस्कर को पकड़ती है तो उसे सीएम के सपनों को साकार करनेे की दिशा में उठाया गया कदम बताती है। इस तरह के तमाम कदमों के बावजूद नशे की तस्करी कम नहीं हो रही है। पिछले दिनों एसटीएफ ने एक ऐसे तस्कर को पकड़ा जो 20 बार राज्य में नशे की तस्करी कर चुका था। यानी कि इससे पहले वह 19 बार नशे की खेप उत्तराखंड पहुंंचा चुका है। फिलहाल मंडे को थाना रायवाला पुलिस ने भी एक स्मैक तस्कर को गिरफ्तार किया। उसके पास से 86 ग्राम स्मैक बरामद की गई, जिसकी कीमत करीब 8 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है।

2 नशा तस्कर दबोचे
संडे रात रायवाला पुलिस रेलवे स्टेशन के पास गश्त पर थी। पुलिस को दो व्यक्ति संदिग्ध हालत में नजर आये। वे पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस टीम ने दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम पप्पू श्रीवास्तव पुत्र रामकुमार निवासी मीरगंज बरेली यूपी और शाहनवाज सिद्दीकी उर्फ शानू पुत्र आबिद हसन मीरगंज बरेली यूपी बताये। तलाशी लेने पर दोनों से प्लास्टिक की पन्नी में छिपाकर रखी गयी 86 ग्राम स्मैक बरामद हुई।

बरेली से लाये थे स्मैक
पप्पू श्रीवास्तव में पूछताछ में बताया कि वह मजदूरी करता है। कुछ समय पहले उसकी मुलाकात शाहनवाज सिद्दीकी उर्फ शानू से हुई, जो फतेहगंज में नूरी ज्वैलर्स नाम की दुकान में कार्य करता है। बरेली में स्मैक काफी कम दामों में मिल जाती है। आस-पास के कई लोग अन्य राज्यों से स्मैक की तस्करी कर काफी पैसा कमा चुके हैं। जल्दी पैसा कमाने के लालच में उन्होंने बरेली में आदेश तिवारी नाम के एक व्यक्ति से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में स्मैक खरीदकर इक_ा की। आज सुनैना मल्होत्रा नाम की महिला को बेचने के लिये आये थे।

स्मैक पैडलर है सुनयना
आरोपियों ने बताया कि सुनयना मल्होत्रा हरिद्वार और देहरादून में स्मैक तस्करी का काम करती है। उसने उन्हें स्मैक डिलीवरी करने के लिए रेलवे स्टेशन रायवाला के पास बुलाया था। पुलिस ने पप्पू श्रीवास्तव के कब्जे से 42 ग्राम और शाहनवाज सिद्दीकी उर्फ शानू के कब्जे से 44 ग्राम स्मैक बरामद की। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 8 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई है। पुलिस आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून ने 5000 रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।