- रोशनी से नहाए दून के फाउंटेन पार्क, लंबे समय से बंद थे कई फाउंटेन
- खबर प्रकाशित होने के बाद ली एमडीडीए ने सुध, चलने लगे सभी फाउंटेन
देहरादून, (ब्यूरो): कुछ फाउंटने पुराने थे जबकि कुछ नए बनाए गए। इन पर लाखों रुपये खर्च किए गए। कुछ समय से इनकी सुध नहीं ली जा रही थी। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कहां हैं फाउंटेन नाम से अभियान शुरू किया। तीन दिन चले अभियान के दौरान मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने सुध ली, जिसके बाद सिटी के फाउंटेनों की मरम्मत कर एक के बाद एक फाउंटेन को चलाया गया।
लौटी फाउंटेन चौकों की रौनक
काफी समय से शहर के फाउंटेन पार्क खस्ताहाल थे। खबर प्रकाशित होने के बाद पार्कों की मेंटेनेंस का काम किया गया। मेंटेनेंस से पूर्व फाउंटेन पार्कों पर अंधेरा छाया रहता था। फाउंटेन पार्क में उदासी छायी रहती थी। कोई शोर शब्द नहीं होता था। बिजली न होने से भी फाउंटेन पार्क में अंधियारा पसरा रहता था, लेकिन कल से फाउंटेन नियमित रूप से चलने लगे हैं। फाउंटेन पार्कों के मेंटेनेंस के बाद तकरीबन सभी फाउंटेन चालू हो गए हैं। फाउंटेन चलने के बाद पार्कों की रौनक लौट आई है। कल तक सुनसान और वीरान रहने वाले फाउंटेन पार्क एकाएक रंग-बिरंगी बिजली से जगमगाने लगे हैं। रात को रंग-बिरंगी रोशनी पड़ते ही फाउंटेन की रौनक रोकन कई गुना बढ़ गई है।
यहां हैं फाउंटेन
सडौन चौक
सर्वे चौक
बल चौक
ब्रह्मकमल चौक
मसूरी डायर्वजन
फव्वारा चौक
घंटाघर
गांधी पार्क
बुद्धा पार्क
कृषाली चौक सहस्रधारा
फव्वारा चौक नेहरू कालोनी
सज गई पार्क
खास-फूस से भरे फाउंटेन पार्क अब सुंदर लगने लगे हैं। फाउंटेन के साथ पार्कों की सफाई कर दी गई है। फुलवारियां व्यवस्थित कर दी गई है। झाड़-झंकार फेंक तरह-तरह के फूल लगाए गए हैं, जिससे फाउंटेन पार्कों की सुदरता देखते ही बन रही है। सर्वे चौक स्थित गोल चक्कर पर सतरंगी छठा बिखेर रहा फाउंटेन को देखकर हर कोई बरबस आकर्षित हो रहा है।
ये फाउंटेन हो गए ठीक
फव्वारा चौक, नेहरु कालोनी
बुद्धा पार्क
सर्वे चौक
घंटाघर
मसूरी डायवर्जन
ब्रह्मकमल चौक
कृषाली चौक, सहस्रधारा
ब्यूटीफिकेशन के लिए बनाए गए थे फाउंटेन
दून में कुछ फाउंटेन पार्क पुराने हैं, लेकिन कुछ फाउंटेन नए बनाए गए हैं। इसके पीछे मकसद यह है कि शहर की सुंदरता और खूबसूरत लगे। गर्मियों में इन फव्वारों पार्कों में काफी संख्या में लोग घूमने आते हैं। बताया गया कि सर्दी के दिनों में फाउंटेन पार्क पर ठंड के चलते लोग पार्क में नहीं जाते हैं, लगातार चलाने से बिजली का बिल भी अधिक आता है, जिस वजह से एमडीडीए भी पार्कों को व्यवस्थित करने में थोड़ा लापरवाही बरतता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि खबर प्रकाशित करने के बाद फाउंटेन पार्कों का संज्ञान लेकर फाउंटेन ठीक कर इनके उद्देश्य को सार्थक किया है।
फाउंटेन पार्कों की मरम्मत की जा रही है। घंटाघर, सर्वे चौक, बुद्धाचौक और नेहरू कालोनी समेत अधिकांश फाउंटेन चालू हो गए हैं। बाकी जगहों पर स्थित फाउंटेनों का भी काम चल रहा है, जिनके कल तक ठीक होने की उम्मीद है।
एआर जोशी, उद्यान अधिकारी, एमडीडीए
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