-बाइकथॉन सीजन-15 के आयोजन का अब केवल एक दिन शेष, 24 सितंबर को रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन में होगा आयोजन
-तैयारियां पूरी, अब भी ऑनलाइन व ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा, होगी शानदार कल्चरल प्रोग्राम्स की प्रस्तुतियां
देहरादून (ब्यूरो): इस मोस्ट अवेटेड आयोजन में शहरवासी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पुलिस लाइन ग्राउंड में बाइकथॉन का सुबह साढ़े छह बजे से आगाज होगा।
ये रेस नहीं, रैली है
ये साइकिलिंग इवेंट रेस नहीं बल्कि, रैली है। इसका मकसद पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त रखने का संदेश देना है। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को लकी ड्रॉ में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसमें साइकिलिस्ट को साइकिल के साथ कई और आकर्षक गिफ्ट्स जीतने का मौका मिलेगा। अगर, आप भी इस एक्टिविटी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपके पास अभी भी समय कम है। आप जल्द से जल्द अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर हो सकेगा। रजिस्ट्रेशन या फिर बाइकथॉन-2023, सीजन-15 से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए आप 7302147835 से भी संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
लकी ड्रॉ निकाले जाएंगे
बाइकथॉन रैली कंप्लीट होने के बाद पार्टिसिपेंट्स के एंटरटेनमेंट के लिए ग्राउंड में पूरे इंतजाम किए गए हैं। रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन ग्राउंड में शानदार मंच सजाया जाएगा। जहां पर दून सिटी के तमाम कलाकार एक के बाद एक-एक अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां देंगे। डांस, सिंगिंग, योगा परफॉर्मेंस जैसे कई प्रजेंटेशन पार्टिसिपेंट को फुलऑन एंटरटेन करेंगी। इसके साथ ही लकी ड्रॉ भी निकाले जाएंगे। कार्यक्रम के मौके पर इनामों की बारिश होगी। इनमें आप भी शानदार गिफ्ट पाने के हकदार बन सकते हैं। लेकिन, ध्यान रहे रजिस्ट्रेशन फॉर्म में लकी ड्रॉ कूपन ड्रॉप बॉक्स में डालना जरूरी होगा। वहीं, फॉर्म में आपका स्पष्ट नाम व फोन नंबर भी अंकित होना जरूरी होगा। यही नंबर व नाम आपके विनर होने का सबूत होगा।
खास बातें
बाइकथॉन रजिस्ट्रेशन के लिए फीस 200 रुपये निर्धारित की गई है। रजिस्ट्रेशन के दौरान आपको एक किट दी जाएगी। जिसमें दैनिक जागरण आई नेक्स्ट बाइकथॉन की टी-शर्ट और कैप शामिल होगी। इसी को पहनकर आपको बाइकथॉन-2023 में शामिल होना होगा। साथ ही फस्र्ट प्राइज विजेताओं को साइकिल गिफ्ट की जाएगी।
सुबह साढ़े छह बजे शुरू होगी रैली
रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की बाइकथॉन यानि साइकिल रैली सुबह 6.30 फ्लैग ऑफ से साथ शुरू होगी। पुलिस लाइन ग्राउंड से रैली धर्मपुर सब्जी मंडी चौक होते हुए नेहरू कॉलोनी फाउंटेन चौक से अपर राजीव नगर पुल के बाद छह नंबर पुलिया तक पहुंचेगी। इसके बाद वहां से यू-टर्न लेते हुए उसी रूट से धर्मपुर सब्जी मंडी होते हुए वापस पुलिस लाइन ग्राउंड पर संपन्न होगी।
बाइकथॉन पर एक नजर
वेन्यू
-रेस कोर्स स्थित पुलिस लाइन ग्राउंड
डेट
रविवार
टाइम:-
सुबह 6.30
ये हैं स्पांसर्स
प्रेजेटिंग पार्टनर
ओमनीजैल एवं एमडीडीए (मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण)
सपोर्टेड बाय
-ए-वन साइकिल
इन एसोसिएशन विद
-रालको टायर्स
को-पॉवर्ड बाय
-ओएनजीसी
नॉलेज पार्टनर
-साईंग्रेस एकेडमी इंटरनेशनल
हेल्थ केयर
-मैक्स हॉस्पिटल
को-स्पांसर
-पंजाब नेशनल बैंक
-बैंक ऑफ बड़ौदा
-हिल फाउंडेशन ग्रुप ऑफ एजुकेशन
-डीपी डायग्नॉस्टिक्स
-जीटीएस कार रेंटल
रिफ्रेशमेंट पार्टनर
-ट्रीट रस्क व नमकीन
बेवरेज पार्टनर
-सुविधा सुपर मार्केट
रजिस्ट्रेशन काउंटर्स
-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट कार्यालय पटेलनगर।
-न्यू नरूला साइकिल वक्र्स घंटाघर
-तनेजा साइकिल वक्र्स, टर्नर रोड क्लेमेंटटाउन
-रोड मास्टर बाइसिकिल्स, चकराता रोड
-पराशर एडवरजटाइजिंग, 50 आढ़त बाजार, नियर सहारनपुर चौक
-नरूला इंटरप्राइजेज, 74, न्यू मार्केट क्लॉक टॉवर
साइकिलिंग पर्यावरण व हेल्थ के लिए सबसे बेहतर जरिया है। देहरादून शहर में इसका क्रेज भी लगातार बढ़ते जा रहा है। कई साइकिल के शोरूम्स नजर आ रहे हैं। साइकिलिस्ट अपनी फिटनेस के लिए सिटी के कई आउटर इलाकों में साइकिलिंग के लिए पहुंचते हैं। गल्र्स भी इसका क्रेज बढ़ा है। यह शहर और खुद को फिट और स्वस्थ्य रखने के लिए अच्छी बात है।
नवीन कुमार सडाना, अध्यक्ष, वेस्ट वारियर्स।
साइकिलिंग करना अपने आप में खास अनुभव है। नेचर के बीच साइकिलिंग करना किसी एक्सरसाइज से कम नहीं है। व्यक्ति लगातार और प्रॉपर साइकिलिंग करे तो बीमारियों को हरा सकता है। खुद फिट रह सकता है। मॉर्निंग की साइकिलिंग से तो बेहतर और कुछ नहीं। स्पेशली यूथ में साइकिलिंग का एक्साइटमेंट लगातार बढ़ते ही जा रहा है।
जयंत सडाना, साइकिलिस्ट।
हेल्दी और फिटनेस का असल राज ही साइकिलिंग है। मैं स्पोट्र्स पर्सन होने के साथ अपने हेल्थ, फन और फिटनेस के लिए वर्षों से साइकिलिंग करते आया हूं। कोविड के दौरान लोगों को साइकिलिंग का असल अहसास हुआ है। लेकिन, सरकार को दून में साइकिलिंग ट्रैक डेवलप करने चाहिए। शहर की संकरी सड़कें और ट्रैफिक प्रेशर के बीच साइकिलिंग की संभावनाएं कम होती जा रही हैं। जिसके लिए लोग सिटी के आउटर इलाकों में साइकिलिंग के लिए निकल रहे हैं। जबकि, अगर शहर में ही साइकिलिंग ट्रैक होते तो इससे साइकिलिस्ट को काफी हेल्प मिलती और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी यह सार्थक कदम होता।
वीरेंद्र सिंह रावत, इंटरनेशनल फुटबॉल कोच
dehradun@inext.co.in