- तीन साल में 50 प्रतिशत तक भी पूरे नहीं हो पाए कतिपय प्रोजेक्ट्स
देहरादून, ब्यूरो: लंबे समय तक निर्माण कार्य में ढिलाई बरतने पर एचसीएल के बाद ब्रिज एंड रूफ कंपनी से काम छीनकर आउट कर दिया गया गया है, लेकिन कंपनियों को तब बाहर का रास्ता दिखा गया, जब स्मार्ट सिटी का काम की डेडलाइन अगले साल जून 2023 तक है। ऐसे में स्मार्ट सिटी के कार्यों को महज 9 माह में पूरा करने का दावा चुनौतीपूर्ण लग रहा है। जबकि इससे पूर्व चार बार अवधि बढ़ाई जा चुकी है। हालांकि इस सब के बावजूद स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि कार्य हर हाल में तय अवधि के अंतर्गत पूरे हो जाएंगे।
3 साल में सिर्फ 35 परसेंट काम
मंगलवार को जिस ब्रिज एंड रूफ कंपनी को स्मार्ट सिटी से बाहर किया गया है, उसके बाद शहर की सबसे अहम स्मार्ट रोड का काम था। इसके अलावा उसके पास ड्रेनेज और सीवरेज का भी काम था, लेकिन कंपनी ने कछुआ चाल से निर्माण कार्य किया। स्मार्ट रोड का काम 3 साल में सिर्फ 35 प्रतिशत तक ही पूरा हो सका। कार्य आधे-अधूरे होने से मुख्य सड़कों पर जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
एचसीएल के पास था ये वर्क
ब्रिज एंड रूफ से पहले हिंदुस्तान स्टील वक्र्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (एचसीएल) के स्मार्ट सिटी का कार्य छीना गया था। एचसीएल के पास चाइल्ड फ्रेंडली सिटी परियोजना का काम था। फुटपाथों का काम इसी कंपनी को करना था, लेकिन टेंडर होने के कई माह बाद भी कंपनी ने काम शुरू ही नहीं किया। लगातार कार्य में देरी के साथ ही लापरवाही पर कंपनी से काम छीना गया था।
ये काम हो गए पूरे
-दून लाईब्रेरी
-स्मार्ट स्कूल
-शिशु पालन केंद्र
-स्मार्ट टायलेट
-पेयजल संवद्र्धन
-वाटर एटीएम
-दून इंटीग्रेटेड कमांडिंग कंट्रोल सेंटर
-नेशनल फ्लैग
निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति
- क्रेच बिल्डिंग 1.03 60
- इलेक्ट्रिक बस 85.9 50
- स्मार्ट पोल 93.02 40
- ड्रेनेज 17.35 30
- वाटर मीटर्स 9.48 20
- वाटर ड्रेनेज 40.52 15
- यूटिलिटी डक्ट 68.61 14
- वाटर सप्लाई 10.63 13
- मॉडल रोड 61.32 11
- परेड ग्राउंड रेजुवेनेशन 21.92 38
- सीवरेज 30.30 27
- ग्रीन बिल्डिंग 138.45 1
(धनराशि करोड़ में)
ये कंपनियां कर रही काम
- स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग
- अर्थ वाटर लि।
- हेवलेट पैकर्ड इंटरप्राईजेज
- डीएससीएल
- श्री बद्रीनाथ वैकल्पिक ऊर्जा लि।
- जीसीकेसी प्रोजेक्ट लि।
- श्रीराम इंस्टीट्यूट
- सीएससी एंड एस कांट्रेक्टर
- ऐवी ट्रंस
- इंडस टावर
- आरजी इंडस्ट्रीज
पीडब्ल्यूडी को सौंपी स्मार्ट रोड
स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट रोड का काम तीन साल में महज 35 प्रतिशत ही हो पाया है। ब्रिज एंड रूफ कंपनी के पास चार स्मार्ट रोड का काम था, जिसकी लागत 203 करोड़ रुपये थी। इसके साथ ही कंपनी के पास 17.35 करोड़ की लागत का ड्रेनेज प्रोजेक्ट भी था। यह काम भी 30 से ऊपर नहीं बढ़ पाया। अब स्मार्ट रोड का काम पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया है, जबकि ड्रेनेज का काम सिंचाई विभाग को सौंपा गया है। पेयजल संबंधी कार्य पेयजल निगम को सौंपा गया है।
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चल रहे सभी कार्य समय पर पूरे किए जाएंगे। निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सभी प्रोजेक्ट््स जनता को समर्पित किए जाएंगे।
सोनिका, सीईओ, स्मार्ट सिटी, देहरादून