- हरिद्वार बाईपास रोड पर बढ़ा बिजली के हाईटेेंशन टावर से खतरा
- हाईवे चौड़ीकरण के बाद हाईवे की जद में आ रहे 6 टावर
देहरादून, ब्यूरो: रोड चौड़ीकरण के बाद करीब साढ़े 5 किलोमीटर रोड के दायरे में बिजली के 5 हाईटेंशन टावर सड़क किनारे हैं, जबकि एक एचटी टावर रोड के ठीक बीचों-बीच है। यह टावर मोथरोवाला चौक के पास है। काम कंप्लीट होने पर रोड के बीच में आए इस एचटी टावर का खतरा और बढ़ गया है। अभी तक टावर तक डामरीकरण का कार्य पूरा नहीं हुआ है, जिस दिन रोड एचटी टावर तक बन जाएगी उस दिन ये टावर एक्सीडेंट की मुख्य वजह बन जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि हाईवे चौड़ीकरण के बाद सिटी में लगने वाला आधा जाम खत्म हो जाएगा।
एचटी टावर शिफ्टिंग की नहीं योजना
हैरत की बात यह है कि हरिद्वार बाईपास रोड चौड़ीकरण की जद में आने वाले हाईटेंशन टावरों की शिफ्टिंग को लेकर पीडब्ल्यूडी नेशनल हाईवे, डोईवाला के पास कोई कार्ययोजना अभी तक नहीं बनी है, जबकि अगले 4-5 महीनों में रोड का काम पूरा होना है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि हाईटेंशन टावरों को लेकर जहां योजना पूरे होने के करीब है वहीं हाईटेंशन टावरों के शिफ्टिंग को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में एचटी टावर से एक्सीडेंट का खतरा और बढ़ जाएगा।
फरवरी में होना है काम कंप्लीट
हरिद्वार हाईवे के चौड़ीकरण का लटका हुआ काम करीब 9 साल बाद शरू हुआ। इससे पूर्व यह काम अमृत डेवलेपर्स को आवंटित किया गया था। कम दरों पर कार्य लेने के बाद कंपनी ने लंबे समय तक काम नहीं किया, तो शासन ने कंपनी से काम छीन लिया। काम छिनने के बाद संबंधित कंपनी हाईकोर्ट चली गई। इसके बाद यह मामला लंबे समय तक लटका रहा। मामला सुलझने के बाद हाईवे चौड़ीकरण का काम पिछले साल राकेश कुमार एंड कंपनी को दिया गया है।
आईएसबीटी से अजबपुर तक होगी रोड चौड़ी
हाईवे चौड़ीकरण का काम आईएसबीटी देहरादून से अजबपुर रेलवे ओवर ब्रिज तक बनना है। इसकी दूरी तकरीबन 5.05 किलोमीटर है। इस दायरे में करीब 6 हाईटेंशन टावर चौड़ीकरण के दायरे में आ रही है, लेकिन विभाग के पास इन हाइटेंशन टावरों की शिफ्टिंग को लेकर कोई कार्य योजना नहीं है। अभी तक यह तय नहीं है कि सड़क की जद में आ रहे ये एचटी टावर हटेंगे या नहीं। हालांकि 33 और 132 केवी एचटी लाइनें रोड से शिफ्ट कर दी गई है। लेकिन 220 और 400 केवी के टावरों को लेकर तस्वीर अभी तक स्पष्ट नहीं है।
हरिद्वार बाईपास रोड पर हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। बिजली की लाइनें ऊर्जा विभाग द्वारा शिफ्ट की जा रही हैैं। फिलहाल बिजली के हाईटेंशन टावरों को हटाने की कोई योजना नहीं है।
हरीश पांगती, एसई, पीडब्ल्यूडी, एनएच