देहरादून।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से विश्वभर में कोरोनावायरस संक्रमण को महामारी घोषित किए जाने के बाद पब्लिक प्लेसेज पर पाबंदियां लगाई गई हैं। दून में पब्लिक इवेंट, स्कूल-कॉलेज, मल्टीप्लेक्स बंद करा दिए गए हैं, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट अभी भी खतरे की जद में है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सेनिटेशन की व्यवस्था नहीं है। रोज हजारों लोग वाहनों से सफर कर रहे हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट संचालकों ने सेनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराने की डिमांड रखी है।
बिना मास्क महंगा पड़ सकता है सफर
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का रियलिटी चेक किया। अधिकांश बस, विक्रम, ऑटो में सवाल लोग न तो मास्क लगाए हुए थे, न ही सेनिटाइजर जैसी कोई व्यवस्था पब्लिक ट्रांसपोर्ट में होती है। ऐसे में अगर एक भी कोरोनावायरस इन्फेक्टेड पेशेंट बस में सवार हुआ तो दूसरों को भी संक्रमण फैल सकता है।
पब्लिक ट्रासंपोर्ट का दायरा
- 260 सिटी बसें चलती हैं दून में
- 794 विक्रम
-250 ऑटो
- 300 मैजिक
- 2700 ई-रिक्शा
- 75 हजार से 1 लाख डेली पैंसेजर्स
कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन को पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्हीकल्स में सेनिटाइजर का फॉगिंग कराई जानी चाहिए। लोगों को मास्क अवेलेबल कराने चाहिए। प्रशासन से इस संबंध में कार्यवाही की मांग की जा रही है।
- विजय वर्द्धन डंडरियाल, अध्यक्ष, सिटी बस यूनियन