देहरादून,(ब्यूरो): मानसून से पहले तक किसी भी शहर में न केवल बरसाती सीजन की तैयारियां पूरी हो जाती हैं। बल्कि, विकास के कार्यों को भी फाइनल टच दे दिया जाता है। लेकिन, राजधानी दून में इसका उलटा नजर आ रहा है। दिलचस्प ये है कि दून सिटी के तमाम इलाकों में एक नहीं, बल्कि, 9 विकास कार्यों को मंजूरी दी गई है। ये अनुमति भी 13 दिन पहले यानि 28 मई को प्रशासन की ओर से दी गई है। एक तो यात्रा सीजन, ऊपर से पर्यटन सीजन, ऐसे में ट्रैफिक को लेकर शहर का मानो दम फूल रहा है। हालांकि, इन कार्यों को पूरा करने की समयसीमा तय की गई है। लेकिन, अंदेशा ये है कि जो काम पहले से चल रहे हैं। उनकी डेडलाइन पार हो चुकी है। अब ये कार्य समय पर पूरा हो सकेंगे। कहा नहीं जा सकता है।

क्या महीनेभर में पूरे हो पाएंगे काम
दून शहर में पहले से ही एक नहीं, कई विकास कार्य जारी हैं। जिसको पूरा किए जाने की जद्दोजहद चल रही है। जिससे ट्रैफिक के साथ मानसून की दस्तक से पहले पूरा किया जा सके। लेकिन, इसी बीच प्रशासन ने 9 इलाकों में सीवर लाइन व पेयजल पाइप लाइन बिछाने के लिए रोड कटिंग की मंजूरी दे दी है। इस काम को पूरा करने के लिए बाकायदा समयसीमा भी निर्धारित की है। मतलब, जिन इलाकों में ये काम शुरू हो चुके हैं या हो रहे हैं, वे 25 मई से लेकर 20 जून तक पूरे हो जाने हैं। लेकिन, जैसे ही ये काम शुरू हुए हैं, उसका असर भी दिखने लगा है। सबसे ज्यादा दिक्कत जोगीवाला चैक से लेकर मोहकमपुर तक होने वाले निर्माण कार्य को लेकर दिख रहा है।

संडे को फूल गया ट्रैफिक का दम
संडे ये यहां इस रोड पर ट्रैफिक का मानो दम फूल गया हो। वाहन रेंग-रेंग कर चलते हुए दिखाई दिए। ट्रैफिक को सुचारू करने के लिए पुलिस के पसीने तक छूट गए। अंदरखाने पुलिस भी परेशान है। अंदेशा है कि आने वाले दिनों में यहां कैसे ट्रैफिक नियंत्रित हो पाएगा। दरअसल, यात्रा के साथ पर्यटन सीजन भी चल रहा है। हर रोज हजारों की संख्या में यात्री व पर्यटक का फ्लो देखने लायक है। ऐसे में स्थानीय लोगों व व्यापारियों का कहना है कि पीक सीजन में आखिर इन निर्माण कार्यों को मंजूरी दे दी गई। प्रशासन की ओर से प्रोजेक्ट मैनेजर उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलेपमेंट एजेंसी क्र(यूयूएसडीएक्र)को दी गई। जिसमें पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व एनएचए की परमिशन दिए जाने का भी जिक्र है।

यहां-यहां दी गई परमिशन
-जोगीवाला चौक से मोहकमपुर फ्लाई ओवर तक।
-वैष्णो माता मंदिर रिंग रोड से जोगीवाला चौक।
-अंबेडकर भवन मोहकमपुर फ्लाईओवर तक।
-नकरौंदा रोड से पिंडर वैली तक।
-मियांवाला चौक से पिटकुल ऑफिस तक।
-पिंडर वैली से अशोक एन्क्लेव तक।
-दुल्हनी नदी के किनारे दिल्ली फॉर्म से सिद्धपुरम व रवींद्रपुरम।
-अकेशिया पब्लिक स्कूल रोड, सिद्धार्थ एन्क्लेव से मोहकमपुर फ्लाईओवर तक।
-मोहकमपुर फ्लाईओवर सर्विस रोड।

इन शर्तों के तहत दी गई है अनुमति
-निर्माण कार्य करते वक्त एसपी ट्रैफिक, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, एनएचए के पत्रों में दिए गए डिटेल का अनुपालन जरूरी।
-इन विभागों के पत्रों में जिन स्थानों का जिक्र है, उन्हीं स्थानों पर रोड कटिंग हो।
-एसपी ट्रैफिक के मुताबिक 26 मई से 26 तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ही काम किया जाए।
-इन निर्माण कार्यों के बाद उक्त स्थान पर किए गए गड्ढे भी समय पर भरे जाएं।
-इस काम को शुरू करने से पहले क्षेत्र में कार्य प्रगति पर है, का बोर्ड लगा होना जरूरी।
-कार्य स्थल पर कोई भी गड्ढा छोड़ा नहीं जाएगा, बल्कि सुबह 5 बजे से पहले उसको पहले जैसा बनाना होगा।
-कार्य करने के दौरान इलाके में पूरी लाइट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
-निर्माण कार्य के दौरान आम लोगों को धूल से नुकसान न पहुंचे, ध्यान रखा जाएगा।
-ट्रैफिक की आवाजाही में दिक्कत न हो, पीडब्ल्यूडी विभाग व्यवस्था सुनिश्चित करेगा।

शिकायत मिलेगी तो एक्शन
ये भी कहा गया है कि कार्य करते समय सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कार्यदायी संस्था को जिम्मेदार माना जाएगा। इस दौरान निर्माण कार्य से संबंधित कोई भी शिकायत प्राप्त होती है तो कार्य रोका भी जा सकता है।

पानी जमा होने पर डेंगू न पनपे
जिन इलाके में ये निर्माण कार्य चल रहे हैं। वहां पर पानी जमा न होने दिए जाने के लिए भी प्रशासन की ओर से कहा गया है। जिससे डेंगू जैसी बीमारियों को खतरा न हो पाए। पिट्स को खोलने के बाद तत्काल उसको भरने के लिए भी कहा गया है।

विभागों के बीच तालमेल जरूरी
ये भी कहा गया है कि जिस कार्यदायी संस्था की ओर से काम किया जा रहा है। वह दूसरे विभागों के कार्यों जैसे जल संस्थान, स्मार्ट सिटी के पाइप लाइन, सीवर लाइन, ओएफसी केबिल को नुकसान न पहुंचे। इसके लिए सभी डिपार्टमेंट के बीच कॉर्डिनेशन जरूरी रहेगा।

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