- फर्जी नंबर प्लेट, नशे में ड्राइविंग व नकली हेलमेट पहनने पर 372 डीएल पर एक्शन
देहरादून, 6 सितम्बर (ब्यूरो)।
सरकार कितने भी नियम कानून बना ले। लेकिन, कई लोग ऐसे हैं, जिनको इसकी कोई परवाह नहीं। यही वजह है ऐसे लोग न केवल फर्जी या गलत नंबर प्लेट यूज कर बेधड़क सड़कों पर वाहन दौड़ा रहे हैं। बल्कि, नशे में भी वाहन चलाते हुए दूसरों के लिए खतरा बनते हैं। कुछ वाहन चालक तो खुद की भी परवाह नहीं करते। नियमानुसार दोपहिया वाहन चलाने के दौरान वाहन चालकों को आईएसआई मार्क के हेलमेट यूज करने चाहिए, लेकिन, उन्हें इसकी भी फिक्र नहीं। वे पुलिस को दिखाने के लिए महज खानापूर्ति के तौर पर डुप्लीकेट हेलमेट पहन कर बचने की कोशिश करते हैं। उसमें चाहे वही हेलमेट उनके लिए खतरा क्यों न बन जाए।
5 से 19 अगस्त तक चला स्पेशल कैंपेन
ट्रैफिक पुलिस को लगातार वाहन चालकों की ओर से गलत नंबर प्लेट यूज करने, नशे में वाहन चलाने और आईएसआई मानकों के मुताबिक दोपहिया वाहन चालकों की ओर से हेलमेट पहनने की शिकायतें आ रही थीं। इसी क्रम में 5 अगस्त से 19 अगस्त तक ट्रैफिक पुलिस की ओर से स्पेशल कैंपेन अभियान शुरू किया गया। जिसमें पुलिस ने राजधानी दून से लेकर पूरे 13 जिलों में एक के बाद एक-एक करके ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पुलिस की इस कार्रवाई में फर्जी नंबर प्लेट यूज करने वाले 7027 वाहन चालकों का चालान किया गया। जबकि, 252 वाहन सीज किए और और 16 डीएल को सस्पेंड किया गया। ऐसे ही नशे में वाहन चलाने पर 465 चालान, 422 वाहन सीज और 159 लाइसेंस सस्पेंड किए गए। आईएसआई मानकों के हेलमेट न पहनने पर 1515 के चालान, 144 वाहन सीज और 197 डीएल सस्पेंड किया गया।
:: कैंपेन के दौरान दून में कार्रवाई::
-चालान---760
-वाहन सीज--153
-डीएल सस्पेंड--0
ड्रंक एंड ड्राइव
-चालान---65
-वाहन सीज--38
-डीएल सस्पेंड--34
हेलमेट पर चालान
-चालान---280
-वाहन सीज--14
-डीएल सस्पेंड--21
प्वाइंटर्स:::
::राज्यभर में कार्रवाई:::
-चालान---7027
-वाहन सीज--252
-डीएल सस्पेंड--16
ड्रंक एंड ड्राइव
-चालान---465
-वाहन सीज--422
-डीएल सस्पेंड--159
हेलमेट पर चालान
-चालान---1515
-वाहन सीज--144
-डीएल सस्पेंड--197
::फर्जी नंबर प्लेट में जिलेवार चालान::
उत्तरकाशी---321
टिहरी---502
पौड़ी--573
रुद्रप्रयाग--62
चमोली--137
देहरादून--760
हरिद्वार--1617
नैनीताल--816
उधमसिंहनगर--1680
अल्मोड़ा---168
चंपावत---168
बागेश्वर---73
पिथौरागढ़--150
रुद्रप्रयाग व बागेश्वर सेफ
पूरे 13 जिलों में फर्जी नंबर प्लेट यूज करने में रुद्रप्रयाग सबसे सेफ रहा। यहां केवल 62 वाहन चालक ही पकड़ में आए। जबकि, बागेश्वर में भी ऐसे वाहन चालकों की संख्या 73 तक ही रही। लेकिन, टॉप पर उधमसिंहनगर, हरिद्वार स देहरादून रहा है।
रोड एक्सीडेंट्स में कमी लाना उद्देश्य
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक रोड एक्सीडेंट्स व ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को देखते हुए कैंपेन की शुरुआत की गई थी। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
इन कैमरों की मदद ली गई
-आरएलवीडी(रेड लाइट वॉयेशन डिटेक्शन)
-एसवीडीएस(स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम)
-एएनपीआर(ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनेशन )
कुछ वाहनों के कई चालान
पुलिस के मुताबिक आरएलवीडी, एसवीडी व एएनपीआर कैमरों के द्वारा किये जा रहे चालानी कार्रवाई की स्टडी में पाया गया कि कुछ चालानों में पुनरावृति पाई गई। जिसमें वाहन चालकों की ओर से फर्जी व दोषपूर्ण नंबर प्लेट्स यूज किए जा रहे हैं। जबकि, कुछ दोपहिया वाहन चालकों द्वारा पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए बिना आईएसआई मार्क का हेलमेट यूज किया जा रहा है। जिससे एक्सीडेंट होने पर सिर पर चोट लगने की संभावना ज्यादा रहती है। इसी को लेकर ट्रैफिक डायरेक्टर मुख्तार मोहसिन की ओर से निर्देश जारी किए गए थे।
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