देहरादून ब्यूरो। पिछले वर्ष 13 अगस्त को इस बारे में हरिद्वार जिले के गंगनहर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि ताहरपुर निवासी परवीना पत्नी वसीम ने शिकायत की थी कि चार लोगों ने उनके बेटे को बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी गई। मामले के जांच के दौरान पता चला कि युवक का आरोपियों ने अपहरण किया था और जान से मारने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन चौथा आरोपी दानिश सैफी लगातार फरार चल रहा था।
एक हजार का ईनाम था
हरिद्वार पुलिस ने दानिश को पकडऩे के कई प्रयास किये, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। पुलिस ने उस पर एक हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया। इसके बाद भी आरोपी पकड़ में नहीं आया और लगातार ठिकाने बदलता रहा। आखिरकार मामला एसटीएफ को सौंपा गया। एसटीएफ लगातार दानिश पर नजर रख रही थी। मंडे को एसटीएफ का जानकारी मिली कि दानिश अपने गांव सरकड़ी ताहरपुर में मौजूद है। देर रात एसटीएफ ने छापा मारकर उसे दबोच लिया।
हर ईनामी बदमाश पर नजर
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार एसटीएफ राज्यभर के फरार और ईनाम बदमाशों पर नजर रख रही है। दानिश की गिरफ्तारी इसी प्रयास का एक हिस्सा है। अन्य फरार बदमाशों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है और उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हाल के महीनों में एसटीएफ ने कई राज्यों में दबिश देकर एक दर्जन से ज्यादा बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। 18 जून को भी एसटीएफ ने पीलीभीत निवासी रेप और पोक्सो एक्ट के आरोपी बदमाश करन भारती को नैनीताल जिले के भीमताल क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उस पर ऊधमसिंह नगर पुलिस की ओर से 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था।