- शिकायतों के समाधान के लिए तैयार नहीं जल संस्थान
- सीएम की ओर से की गई समीक्षा के दौरान सामने आया आंकड़ा

देहरादून (ब्यूरो): यह बात सीएम हेल्पलाइन नंबर की समीक्षा के दौरान सामने आई है। सीएम की ओर से लगातार मॉनिटरिंग के बाद समस्याओं के समाधान में अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं, जिससे लोगों को सीएम हेल्पलाइन नंबर के बाद भी विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

जल संस्थान की 800 शिकायतें पेंडिंग
सीएम हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज शिकायतों की बात करें, तो अकेले जल संस्थान की लगभग 800 से अधिक शिकायतें पेंडिंग चल रही हैं। जल संस्थान के दून समेत अन्य डिवीजनों में अफसर सीएम हेल्पलाइन को लेकर कम दिलचस्पी ले रहे हैं। आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में जल संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश शिकायतें जल जीवन मिशन परियोजना से जुड़ी हैं। जबकि जेजेएम प्रोजेक्ट का निर्माण अभी चल रहा है। बहरहाल जो भी हो, लेकिन आंकड़े सवाल तो खड़े कर ही रहे हैं।

दून के डिवीजनों में पेंडेंसी
डिवीजन का नाम पेंडिंग शिकायतें
देहरादून
उत्तर शाखा 17
दक्षिण शाखा 23
पित्थूवाला 22
रायपुर 04
अनुरक्षण खंड 19
ऋषिकेश 10
एफआईयू रायपुर 14
एफआईयू अनुरक्षण 12

सर्वाधिक पेंडेंसी वाले अन्य डिवीजन
नैनीताल 131
हल्द्वानी 104
रामनगर 16
पौड़ी 11
कोटद्वार 34
हरिद्वार 42
हरिद्वार गंगा 18
अल्मोड़ा 29
रानीखेत 80
उत्तरकाशी 17
यूएसनगर 35
चंपावत 67
गोपेश्वर 09
कर्णप्रयाग 08
टिहरी 05
देवप्रयाग 32
लालकुआं 09
डीडीहाट 07
पिथौरागढ़ 04

मसूरी और घनसाली डिवीजन की पेंडेंसी जीरो
सीएम हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज शिकायतों को निस्तारित करने में जल संस्थान के मसूरी और घनसाली डिवीजन की कार्रवाई सबसे तेज है। आज की अति में सीएम हेल्पलाइन नंबर पर इन दोनों डिवीजनों की कोई भी शिकायत लंबित नहीं है। जल संस्थान मुख्यालय ने इन डिवीजनों की परफॉरमेंस को उम्दा बताते हुए दूसरे डिवीजनों को भी सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों को गंभीरता से निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा विकासनगर की भी मात्र एक शिकायत की हेल्पलाइन पर पेंडिंग चल रही हैं।

खुद फीडबैक लेंगे सीएम
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा के दौरान कहा कि वह सीएम हेल्पलाइन को लेकर बेहद संजीदा है। सभी अधिकारी सुनिश्चित करें यह पोर्टल औपचारिक नहीं, बल्कि जन समस्याओं के समाधान का कारगर माध्यम बने। हर 15 दिन में हेल्पलाइन की शिकायतों पर शासन स्तर से समीक्षा की जाए। प्रत्येक सप्ताह वह खुद भी शिकायतकर्ताओं से भी वार्ता कर शिकायतों के क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे।

जल संस्थान में अधिकांश शिकायतें रनिंग में चल रही जेजेएम योजना से संबंधित हंै। सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के त्वरित निस्तारण के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी भी तरह की हीला-हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नीलिमा गर्ग, सीजीएम, उत्तराखंड जल संस्थान
dehradun@inext.co.in