देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि दीपक कुमार ने ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत करवाई थी। उनका कहना था किअज्ञात लोगों ने जाली दस्तावेजों इस्तेमाल कर खुद को भारतीय कम्पनी फाइनेहब से बताते हुए विभिन्न नम्बरों से व्हाट्सएप के माध्यम से सम्पर्क किया और गोल्ड में ऑनलाइन इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच देकर 22,48,258 रुपये की ठगी की। साइबर क्राइम पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच के 7 टीमों को गठन किया। जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता की रकम लातूर महाराष्ट्र में ट्रांसफर हुई है। पुलिस की एक टीम को लातूर भेजा गया है।
महाराष्ट्र से गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस को वेबसाइट निर्माता, बैंक खाता संचालक, हवाला परिचालन आदि से संबंधित जानकारियां मिली। इसके साथ ही एक मास्टरमाइंड के बारे में पता चला, जो बैंक खाता खोलने में अहम भूमिका निभाता था। इस मास्टरमाइंड को पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक मोबाइल फोन, 1 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड और 1 आईडी कार्ड बरामद किये गये।
ठगी करने का तरीका
एसएसपी के अनुसार आरोपी व्हाट्सएप के माध्यम से लोगों से सम्पर्क कर जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर कर खुद को एक कंपनी का कर्मचारी बताते थे और गोल्ड में ऑनलाइन इनवेस्ट करने का लालच देते थे। इस गिरोह के सदस्य गोल्ड ट्रेडिंग ऐप में निवेश के नाम पर लोगों को लगातार लुभाते हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वे लोग अपने जाल में फंसे व्यक्ति से शुरुआत में गोल्ड निवेश के नाम कुछ छोटा निवेश करवाते हैं और अच्छे लाभ के साथ रकम वापस करते हैं। इससे जाल में फंसा व्यक्ति लालच में आ जाता है और कंपनी में बड़ा निवेश करने के लिए तैयार हो जाता है। इसके बाद उस व्यक्ति को व्हाट्सऐप के जरिए बताया जाता कि अब पैसा नहीं निकाला जा सकता और ज्यादा निवेश करना होगा। इस पर पीडि़त व्यक्ति झांसे में आ जाता है और उससे हम लोग अच्छी खासी रकम हड़प लेते हैं।
एक महीने में करोड़ों का लेन-देन
एसटीएफ के एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार किये गये आरोपी के खाते में एक महीने में करोड़ों रुपये जमा हुए हैं। यह रकम देश के अलग-अलग हिस्सों से जमा किये गये हैं। आरोपी ने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ 5 करोड़ की रकम को ठिकाने लगाने में मदद की। गिरोह द्वारा अब तक कम से 80 करोड़ रुपये की ठगी किये जाने की बात सामने आई है। इस गिरोह के तार हांगकांग और सिंगापुर तक जुड़े होने के जानकारी मिली है। एसटीएफ इस मामले में आगे जांच में जुटी हुई है।
आरोपी की पहचान
प्रवीन थोराट, पुत्र रामचंद्र थोराट, निवासी लातूर, महाराष्ट्र।
बरामदगी सामान
- एक मोबाइल फोन 2 सिम के साथ
- एक पैन कार्ड
- एक आधार कार्ड
- एक आई कार्ड