देहरादून ब्यूरो। लगातार बढ़ रही बिजली की डिमांड के एवज में अब बिजली कम पड़ रही है। यूजेवीएनएल के अधिकारियों का कहना है कि इसको देखते हुए 2030 तक पावर प्रोडक्शन बढ़ाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। यूजेवीएनएल के डायरेक्टर संदीप सिंघल के अनुसार यूजेवीएनएल की कोशिश है कि राज्य में बिजली का उत्पादन बढ़े, निगम प्रयास पर जुटा हुआ है। निगम के अनुसार लखवाड़ पर बिजली उत्पादन के लिए टेंडर फ्लोट कर दिए गए हैं। जबकि, मदमहेश्वर, कानकुल, जिम्बागाड़, स्वारीगाड़, गुप्तकाशी योजनाओं पर बिजली उत्पादन करने की प्रक्रिया पाइपलाइन में है।

क्या है प्रोडक्शन की स्थिति
-यूजेवीएनएल की 17 प्रोजेक्ट्स हो रही संचालित
-जिनसे 5100 मिलियन यूनिट्स बिजली का हो रहा उत्पादन
-अब निगम ने इसको बढ़ाकर 5 वर्षों में 6150 तक पहुंचाने का रखा है लक्ष्य
-इस वर्ष निगम की कालीगंगा-1 व 2, सुरीनगाड़ व व्यासी योजनाएं हो गई शुरू।
-वर्तमान में 950 करोड़ का हो रहा राजस्व प्राप्त, 5 सालों में बढक़र होगा 1450 करोड़ यानि 60 परसेंट की बढ़ोत्तरी
-वर्ष 2030 तक बिजली का उत्पादन होगा 5 हजार से 10 हजार एमयू तक
-रेवेन्यू जनरेशन भी 925 करोड़ से बढक़र 3400 करोड़ तक पहुंचेगा फिगर
-रेवेन्यू जनरेशन में 8 सालों के भीतर साढ़े तीन गुना की बढ़ोत्तरी का अनुमान है।

16.57 एमयू बिजली कम रही
रोज 16.57 एमयू की किल्लत
स्टेट में बिजली का लगातार संकट गहराते जा रहा है। इंटरनेशनल संकट से गैस व कोयले के दामों में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। जिसका असर कोयले पर पड़ रहा है। यही वजह है कि उत्तराखंड में भी बिजली का संकट नजर आ रहा है। यूपीसीएल के अनुसार थर्सडे को बिजली की मांग 47.49 मिलियन यूनिट (एमयू) रही। जिसके एवज में राज्य व सेंट्रल पूल से बिजली की सप्लाई 30.92 एमयू रही। इसके एवज में पूरे स्टेट में 16.57 एमयू बिजली कम रही।

13.9 एमयू बिजली खरीद की मंजूरी
ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं को सुचारू बिजली सप्लाई के लिए पीआईएसएल के माध्यम से 13.9 एमयू बिजली क्रय पर मंजूरी दी है। निगम के मुताबिक रियल टाइम मार्केट से बिजली क्रय कर आपूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, यूपीसीएल ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि बिजली का बचाने में वे मदद करें।

-लखवाड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट---300
-सरकरी भ्योल रूपसिया बगड़---120
-मदमहेश्वर---15
-भिलंगना-दो-ए---24
-कानकुल---12
-जिम्बागाड़--12
-स्वारीगाड़--2
-गुप्तकाशी--1.5
(बिजली का उत्पादन मिलियन यूनिट में.)