देहरादून (ब्यूरो)। एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार किया गया आरोपी मनोज कुमार चौहान पुत्र शमशेर बहादुर चौहान ग्राम कासमपुर, थाना जसपुर, ऊधमसिंह नगर का निवासी है और सहारनपुर में पशुुधन प्रसार अधिकारी के पद पर तैनात है। वह इस मामले में पहले से गिरफ्तार आरोपी केन्द्रपाल का सहयोगी बताया गया है।
मनोज के पास जमा होती थी रकम
एसटीएफ के अनुसार यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच लगातार जारी है। अब तक 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और आगे की कडिय़ों को जोड़कर इस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की लगातार तलाश जारी है। एसटीएफ के अनुसार आरोपी केन्द्रपाल ने जिन कैंडीडेट्स को नकल करायी थी उनका चिन्हीकरण लगातार किया जा रहा है। नकल करने वाले कैंडीडेट्स से पूछताछ में पता चला कि 8-10 कैंडीडेट्स ने नकल करने के बदले अपनी पेमेन्ट मनोज कुमार चौहान को दी गयी थी। मनोज ने ही उन सभी को केन्द्रपाल और ललितराज शर्मा के नकल सेंटर में एग्जाम देने के लिए भेजा था। एसटीएफ के अनुसार इस कड़ी में अभी अन्य कैंडीडेट को भी चिन्हित किया जा रहा है।
43 गिरफ्तार, 27 को जमानत
एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में शुरुआती दौर में तेजी से जांच की थी। हर रोज की जाने वाली कार्रवाही की जानकारी भी एसटीएफ की ओर से सार्वजनिक की जाती थी। लेकिन बीजेपी से जुड़े हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद जब कई नेताओं और अधिकारियों पर अंगुली उठने लगी तो एसटीएफ को जानकारी देने से रोक दिया गया। बाद में गिरफ्तार किये गये आरोपियों को जमानत मिलने का सिलसिला शुरू हुआ और अब तक कु़ल 27 आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। आरोपियों को जमानत मिलने के साथ ही एक बार फिर सरकार की मंशा पर सवाल उठाये जाने लगे थे। फिलहाल एक और गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने साफ कर दिया है कि इस मामले की जांच में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं की जा रही है ओर जांच का सिलसिला लगातार जारी है। एसटीएफ ने कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की संभावना भी जताई है।