देहरादून, (ब्यूरो): शहर में स्ट्रीट लाइट खराब होने से कई इलाकों में अंधेरा पसरा रहता है। नगर निगम में लगातार कंप्लेन भी दर्ज की जा रही है, लेकिन इसमें सुधार नहीं आ रहा है। बुधवार को डीएम और नगर निगम प्रशासक सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित कंपनी को कड़ी फटकार लगाते हुए अल्टीमेटम दिया है। डीएम ने दो टूक कहा कि पब्लिक को किसी भी सूरत में अंधेरे में नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कंपनी को रोजाना 400 लाइट ठीक करने का टारगेट दिया है। कहा कि वह स्ट्रीट लाइट की हर सप्ताह खुद मॉनिटरिंग करेंगे।

डीएम खुद करेंगे स्ट्रीट लाइट की मॉनिटरिंग
दून नगर निगम के अंतर्गत स्ट्रीट लाइट मरम्मत कार्यों की समीक्षा हुए डीएम ने अभियान चलाकर लाईट ठीक कराने के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर कंपनी ने एक ही दिन में 15 सौ लाइट की खरीद की। डीएम ने ईईएसएल के अधिकारियों को रिपेयर के लिए गई 28 सौ लाइट को तत्काल उपलब्ध कराने और खराब लाईटों को 48 घंटे में उपलब्ध कराने के संख्त निर्देश दिए। साथ ही निरीक्षण टीमों को 400 स्ट्रीट लाइट डेली ठीक करने का भी लक्ष्य दिया है। डीएम प्रत्येक सप्ताह लाईट मरम्मत कार्यों की मॉनिटिरिंग करेंगे।

फटकार के चंद घंटे में खरीदी 1500 लाइट
डीएम की फटकार के बाद शाम तक ईईसीएल कंपनी ने 1500 स्ट्रीट लाइट की खरीद की। डीएम ने कंपनी को रिपेयर के लिए गई 2800 लाइट का बैकलॉग भी जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि जनमानस को अंधेरे में नहीं रख सकते। उन्होंने अभियान चलाकर स्ट्रीट लाइटों का ठीक करने के निर्देश दिए।

35 टीमें जुटी लाइट ठीक करने
नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने के लिए 35 टीमें फील्ड में उतारी है, जो गली-मोहल्लों में जाकर लाइट की जानकारी ले रहे हैं। जहां-जहां कमी है वहां-वहां कंपनी से तत्काल कार्य करवाया जा रहा है। इसके साथ ही स्ट्रीट लाइट मरम्मत को 4 जोन में बांटा गया, जिसके लिए 4 नोडल अधिकारी किए नामित किए गए हैं।

रोजाना ठीक होंगी 400 लाइटें
डीएम ने कंपनी को डेली 400 लाइट ठीक करने का टारगेट दिया है। रोजाना 8 बजे नगर निगम परिसर से उपकरण सहित टीमें रवानगी करेंगी। इसका जिम्मा अधिशासी अभियंता को दिया गया है। डीएम ने कहा कि प्रदर्शन के आधार पर ही ईईएसएल कम्पनी के आगे का भविष्य तय किया जाएगा।

पहली बार नाइट पेट्रोलिंग टीम गठित
नगर निगम में डीएम के निर्देश के बाद नाइट पेट्रोलिंग टीम का गठन किया गया है, जो क्षेत्र में भ्रमण कर देखेंगी कि स्ट्रीट लाइटों जल रही या नहीं। इतना ही नहीं लाइट मरम्मत के बाद संबंधित अधिकारी को सत्यापन आख्या देनी होगी।

48 घंटे में ठीक होंगी खराब स्ट्रीट लाइट
डीएम ने कंपनी को सख्त चेतावनी दी है कि यदि खराब स्ट्रीट लाइट की मरम्मत कर 48 घंटे के भीतर उपलब्ध नहीं कराया, तो कंपनी से रोजाना पैनल्टी वसूली जाएगी।

4000 लाइटें पड़ी है खराब
डीएम के निर्देश पर करा गए सर्वे में सामने आया कि 4000 लाइट खराब हैं, जिनमें से शिकायत 1000 की ही प्राप्त हुई हैं। इसके अलावा नगर निगम परिसर से वार्ड के लिए लाइट ठीक करने के के लिए निकलने वाली टीमों के साथ ही सैक्टर ऑफिसर की भी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। लाइट जल रही है या नहीं, यह जांचने के लिए नाइट पेट्रोलिंग टीमों को भेजने के निर्देश दिए। युद्धस्तर पर अभियान चलाकर लाइट ठीक करवाने के निर्देश दिए गए।

स्ट्रीट लाइट में सुधार को उठाए कदम
- स्ट्रीट लाइट पर डीएम सख्त, कंपनी को 48 घंटे में रिपेयर लाइट लौटानी होगी।
- शहर में 4000 लाइट पड़ी है खराब, कंप्लेन सिर्फ 1000 लाइट की।
- शहर में डेली 400 खराब लाईट को बदला जाएगा।
- फटकार के बाद कंपनी ने एक ही दिन में खरीदी 1500 लाइट।
- रिपेयर के लिए गई 2800 लाइट का मांगा ईईसीएल से स्टॉक।
- डीएम को डेली कार्यप्रगति की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश।
- नगर निगम की टीमों ने 400 के सापेक्ष 500 स्ट्रीट लाइट करा दी एक ही दिन में ठीक
- पाइट पेट्रोलिंग टीम गश्त कर रही गली-गली, मॉनिटिरिंग को 4 सेक्टर अधिकारी तैनात

स्ट्रीट लाइट शहर का अभिन्न अंग है। इसकी देखरेख में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्ययोजना के साथ लाइटिंग सिस्टम को दुरुस्त किया जा रहा है। अल्टीमेटम के बाद भी सुधार न लाने पर कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
-सविन बंसल, डीएम व नगर प्रशासक.

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