देहरादून(ब्यूरो)। 28 अप्रैल में देहरादून में डोईवाला से सेलाकुई तक अलग-अलग थाना क्षेत्रों में महिलाओं से चेन स्नैचिंग की 6 घटनाएं हुई थी। पुलिस के आला अधिकारियों ने इन घटनाओं में नाराजगी जताई थी और लुटेरों की गिरफ्तारी न होने की स्थिति में संबंधित थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर पुलिस ने दो बाइक पर चार संदिग्ध नगर आये थे। पुलिस ने उनकी पहचान भी की थी, लेकिन उन तक नहीं पहुंच पाई थी। दो दिन पहले दून पुलिस ने लुटेरों को आश्रय देने वाले एक आरोपी को दिल्ली से और दूसरे को हरिद्वार के पास से गिरफ्तार करने का दावा किया था।
दून पुलिस का दावा
देहरादून के एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने मंडे को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इन घटनाओं का खुलासा किया। हालांकि इससे पहले यूपी के शामली की पुलिस संडे को ही दून के चेन स्नैैचर्स को गिरफ्तार करने का दावा कर चुकी थी। एसएसपी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों से 2 मोटर साइकिलों पर सवार 4 संदिग्ध नजर आये। उनकी पहचान चोरखाला सहसपुर निवासी जुगनू, मूल निवासी अहमदगढ,¸ थाना तथा झिंझाना शामली, यूपी, अहमदगढ़ शामली यूपी निवासी सोनू, झिंझाना निवासी कान्हा उर्फ कन्हैया और यहीं के बिल्लू के रूप में हुई। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को झिंझाना यूपी और दिल्ली रवाना किया गया। दिल्ली में पता चला कि जुगनू और सोनू अपने साथी सोनू यादव के घर छिपे हुए हैं। सोनू यादव के घर छापा मारने पर उसका साथी गुलशन पकड़ा गया। उसने बताया कि जुगनू और सोनू के सोनू यादव के साथ ऑटो में हरिद्वार चले गये हैं। पुलिस ने सोनू यादव को नारसन हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया।
मुख्य आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पूछताछ में सोनू यादव ने बताया कि उसने जुगनू और सोनू को हरिद्वार में हाथीपुल के पास छोड़ दिया है। इस दौरान झिंझाना गयी पुलिस टीम को पता चला कि जुगनू, सोनू, कन्हैया और बिल्लू झिंझाना के आस-पास छिपे हुए हैं। इस सूचना पर दून पुलिस ने झिंझाना से स्थानीय पुलिस को साथ लेकर आरोपियों के संभावित ठिकाने गांव खोकसा में दबिश देकर चारों आरोपियों जुगनू उर्फ जोगेन्दर, सोनू, कान्हा उर्फ कन्हैया तथा बिल्लू को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में लूटी गयी चेन भी बरामद कर ली।