देहरादून (ब्यूरो)। वन्य जीव जंतु संपदा से भरपूर उत्तराखंड में तस्करों की निगाहें हमेशा लगी रहती हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से वन्य जीव जंतुओं का शिकार और उनके अंगों की तस्करी की घटनाएं अक्सर सामने आती रही हैं। वन विभाग और अन्य एजेंसियां समय-समय पर तस्करों को गिरफ्तार भी करती रही हैं। लगातार होने वाली वन्य जीवों और उनके अंगों की तस्करी की घटनाओं को देखते हुए एसटीएफ ने इस तरह की घटनाओं पर नजर रखने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया है। यह टीम एक महीने के भीतर दो जगह से चार तस्करों को गिरफ्तार कर दो हाथी दांत बरामद कर चुकी है।
दून से गई थी टीम
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि सूचना मिली थी कि नैनीताल के कालाढूंगी क्षेत्र में वन तस्कर का गिरोह है, जो हाथी दांत और अन्य जीव-जंतुओं की तस्करी कर रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ देहरादून में नियुक्त टीम को कालाढूंगी भेजा गया। टीम ने फ्राइडे को मनखंडपुर, पवलगढ़, कालाढूंगी से तीन वन तस्करों को दबोच लिया। उनके कब्जे से एक प्रतिबंधित हाथी दांत बरामद किया गया है।
अंतर्राज्यीय गिरोह से संबंध की आशंका
पकड़े गए तस्करों से एसटीएफ लगातार पूछताछ कर रही है। एसटीएफ को आशंका है कि उनके अंतर्राज्यीय वन तस्करों से संबंध हो सकते हैं। आरोपियों से उनके आगे के अन्य संपर्कों का भी पता लगा है। इसके अलावा तस्कर ने हाथी दांत कहां से हासिल किया उसकी भी जानकारी की जा रही है। पकड़े गए वन तस्करों के विरुद्ध थाना कालाढूंगी में एफआईआर दर्ज की गई है।
आरोपियों की पहचान
- दीपक चिमवाल, पुत्र पूरन चिमवाल, ग्राम पोलगड़, थाना कालाढूंगी, नैनीताल।
- अरविंद गुप्ता पुत्र मूल चंद, बाजपुर, ऊधमसिंह नगर।
- अमित पुत्र कृष्ण अवतार, बाजपुर ऊधमसिंह नगर।
बरामदगी
1 हाथी दांत
वजन : करीब 9 किलो
लंबाई : 107 सेमी
गोलाई : 33 सेमी