- 2015 से शुरू हुआ पुलिस का खास अभियान ऑपरेशन स्माइल
- ऑपरेशन का 12वां चरण रहा सबसे ज्यादा सक्सेसफुल
देहरादून, 17 नवम्बर (ब्यूरो)। ऑपरेशन स्माइल को लेकर थर्सडे को डीजीपी अशोक कुमार की मौजूदगी में पुलिस हेड क्वार्टर में बैठक हुई। जिसमें ऑपरेशन स्माइल के सभी नोडल अफसर, टीम प्रभारी शामिल हुए। डीजीपी ने सभी जिलों की टीमों को बधाई देते हुए कहा कि सभी कार्मिकों की मेहनत से ऑपरेशन स्माइल का ये 12वां चरण सबसे अधिक सफल रहा। ऑपरेशन स्माइल पुलिस की संवेदनशीलता का चेहरा दिखाता है। वहीं, ये अभियान पीडि़त केंद्रित पुलिस का बेहतर उदाहरण है।
2 महीने चला ऑपरेशन
डीजीपी के निर्देशन में 1 सितंबर से लेकर 31 अक्टूबर 2023 तक 2 माह का ऑपरेशन स्माइल अभियान चलाया गया। अभियान का मुख्य उद्देश्य गुमशुदा बच्चों के साथ ही गुमशुदा पुरुष व महिलाओं को भी तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द करना है। वहीं, संबंधित विभाग के माध्यम से उनका पुनर्वास करना, बच्चों, महिलाओं व पुरुषों के विरुद्ध होने वाले क्राइम को कंट्रोल करना है।
ऑपरेशन स्माइल एक नजर में
-वर्ष 2015 से हुई शुरुआत।
-2486 बच्चे अपनों से मिले।
-1207 महिलाएं परिवार तक पहुंची।
-918 पुरुष अपने घर पहुंचे।
-4611 लोग परिवारजनों से मिले।
इन जिलों में टीमों का गठन
बताया गया कि दून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल में चार टीमों का गठन किया गया। जिसमें से 1 टीम एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की थी। बाकी डिस्ट्रिक्ट में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की ओर से कैंपेन चलाया गया। रेलवेज में भी एक टीम का गठन किया गया। हर टीम में एक एसआई और चार आरक्षी नियुक्त किए गए। हर तलाशी टीम में गुमशुदा, बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ के लिए एक महिला कर्मी को भी नियुक्त किया गया। ऐसे ही हर टीमों की सहायता के लिए 1-1 लॉ अभियोजन अधिकारी व टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया। कैंपेन में संबंधित विभागों की भी हेल्प ली गई।
यहां तक पहुंची टीमें
-शेल्टर होम्स
-ढाबे
-कारखाने
-बस अड्डे
-रेलवे स्टेशन
-धार्मिक स्थान
-आश्रम
1356 गुमशुदा किए बरामद
बताया गया कि गुमशुदा का मिलान प्रदेश व बार्ड एरियाज के राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी किया गया। अभियान में कुल 265 बच्चे, जिसमें बालक 144, बालिका 121, 488 पुरुष व 603 महिलाओं को बरामद किया गया। बरामद 1356 गुमशुदा में 1169 रजिस्टर्ड उत्तराखण्ड राज्य के-1153, अन्य राज्यों के 16 व 187 नॉन रजिस्टर्ड (उत्तराखण्ड राज्य के-129, अन्य राज्य-58) हैं। जनपद हरिद्वार में सबसे ज्यादा 385 गुमशुदा को बरामद किया गया।
परिजनों ने शेयर किया एक्सपीरियंस
गोष्ठी के दौरान अभियान में शामिल पुलिस कार्मिकों व बरामद गुमशुदा के परिजनों की ओर से ऑपरेशन स्माइल के संबंध मेंं अपने एक्सपीरियंस शेयर किए गए। अभियान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली टीम प्रभारियों को डीजीपी की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
2023 में बरामद गुमशुदा
जिला--बालक--बालिका--पुरुष--महिला--योग
दून--8-- 12--101--127--248
हरिद्वार--38--37--166--144--385
ऊधमसिंहनगर--4--13--86--163--266
नैनीताल --1 --2 --52-- 55-- 110
पौड़ी -- 23 --10 -- 25-- 27--85
टिहरी--35--16--9--28--88
उत्तरकाशी--0-- 1 --1 --2-- 4
चमोली --8-- 7-- 10 --15-- 40
रुद्रप्रयाग-- 0-- 2 --6-- 4-- 12
अल्मोड़ा --4-- 3-- 14-- 12 --33
पिथौरागढ़--2 --6 --9 --15-- 32
बागेश्वर --1 --0-- 2-- 3-- 6
चम्पावत --12-- 6-- 5 --7 --30
रेलवेज --8 --6-- 2-- 1 --17
कुल योग-- 144-- 121-- 488-- 603--1356
(1 सितंबर 2023 से 31 2023 अक्टूबर तक )