- सीएम हेल्पलाइन 1905 पर अब तक 3.62 लाख से ज्यादा कंप्लेंस रजिस्टर्ड
-अब वेब पोर्टल के अलावा डायल, एप और ऑडियो क्लिप के जरिये भी कर सकेंगे कंप्लेन
देहरादून (ब्यूरो): खास बात यह है कि स्टार्टिंग से लेकर अब तक इसमें 3 लाख 62 हजार 56 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो इसमें से करीब 2 लाख 28 हजार 305 शिकायतें संतुष्टि के साथ क्लोज की गई हैं। प्रेजेंट टाइम में इसमें 21148 शिकायतें पेंडिंग चल रही हैं। इसमें से 5576 शिकायतें अंडर प्रॉसेस हैं। सीएम हेल्पलाइन के नए वर्जन के लॉन्च करने के साथ इसमें कुछ बदलाव भी किया गया है, जिससे समस्याओं के समाधान में थोड़ा और आसानी हो जाएगी।
रैंकिंग-ग्रेडिंग से होगी विभागों की पहचान
भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी सरकार के लिए विभागों की परफॉरमेंस अब रैंकिंग-ग्रेडिंग के तहत की जाएगी। खराब प्रदर्शन वाले विभागों के खिलाफ सख्त एक्शन भी लिए जाएंगे। सबसे खास बात यह है कि अब वेब पोर्टल के अलावा लोग कॉल, मोबाइल एप और ऑडियो के जरिए भी सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कर सकेंगे।
1905 पर सरकार का पूरा फोकस
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन 1905 की विभागों द्वारा माह में दो बार समीक्षा की जाए। सीएम भी खुद माह के अंतिम सप्ताह में समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन 1905 के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाए कि जन समस्याओं एवं शिकायतों के निस्तारण के लिए बनाये गये इस हेल्पलाइन का लाभ आमजन को मिले। सीएम हेल्पलाइन आने वाले समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
भ्रष्टाचार पर भी कसी जाएगी नकेल
सीएम ने अधिकारियों को दो टूक कहा कि जिन समस्याओं का समाधान तहसील स्तर पर होना है वह अनावश्यक रूप से डीएम तक नहीं पहुंचनी चाहिए। जिन समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर हो सकता है वे शासन स्तर तक न पहुंचे। जिस स्तर पर समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है उन अधिकारियों-कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 को और सशक्त बनाया जाए, ताकि सरकार और पारदर्शिता बन सके।
अब तक निस्तारित शिकायतों पर एक नजर
-संतुष्टि के साथ निस्तारित की गई शिकायतें 70 परसेंट
-क्लोज्ड स्टीपुलेटेड टाइम 10 परसेंट
- पेंडिंग कंप्लेन 10 परसेंट
- एस्क्लेटेड कंप्लेन 10 परसेंट
7 मई को हेल्पलाइन में दर्ज कंप्लेन
-कुल प्राप्त शिकायतें 723
-मिस्ड कॉल्स 4
-कर्मचारियों ने ली कुल कॉल्स 719
-पंजीकृत की गई शिकायतें 157
-शिकायतों की जानकारी को की गई कॉल्स 1436
-संतुष्टि के साथ बंद शिकायतें 86
-अधिकारी द्वारा आंशिक रूप से बंद शिकायतें 335
- नॉट कनेक्टेड क्लोज 64
- स्पेशल क्लोज शिकायतें 173
अब तक दर्ज शिकायतों की स्थिति
367710 कुल पंजीकृत शिकायत
27741 शिकायतों पर चल रही कार्यवाही
7285 आंशिक शिकायतें की गई बंद
225740 शिकायतें संतुष्टि के साथ बंद
21951 पर कार्यवाही 36 दिन से कम
5790 लंबित शिकायतें 36 दिन से अधिक
सीएम हेल्पलाइन की खास बातें
-362056 शिकयतें दर्ज
-228305 शिकायतें निस्तारित
-21148 शिकायतें पेंडिंग
-5576 शिकायतें अंडर प्रोसेस
बेस्ट टॉप टेन की सूची होगी दर्ज
आईटीडीए की निदेशक निकिता खंडेलवाल ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन का अब अपना सॉफ्टवेयर बन गया है। उन्होंने बताया कि इसमें कई फीचर्स एड किए गए हैं। बताया कि अब दो बार से अधिक शिकायतें विभाग हस्तांतरित नहीं कर सकते। शासन के अधिकारी ग्राफिकल डैशबोर्ड के जरिए शिकायतों की समीक्षा कर सकेंगे। एल3 और एल4 समेत डीएम शिकायतकर्ताओं से फोन पर वार्ता कर शिकायतें पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सबसे अहम बात यह है कि अब विभागों द्वारा हेल्पलाइन से संबंधित शिकायतों के निस्तारण पर रैंकिंग और ग्रेडिंग की जाएगी। संतुष्टि के साथ समस्याओं का निस्तारण करने वाले बेस्ट टॉन टेन और लो टेन विभागों की रैंकिंग डेशबोर्ड पर लाइव दिखाई जाएगी।
सीएम हेल्पलाइन का अब अपना सॉफ्टवेयर बन गया है। इसमें काफी बदलाव किया या है। सीएमएल पोर्टल पर शिकायतों की पल-पल की जानकारी देखी जा सकेगी। साथ ही समस्याओं के समाधान के विभागों के कार्यों की फरफॉर्मेंस भी हर पल सामने रहेगी। रेटिंग सिस्टम से शिकायतों के निस्तारण में निश्चित रूप से तेजी आएगी।
निकिता खंडेलवाल, डायरेक्टर, आईटीडीए
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