देहरादून (ब्यूरो) गुरुवार को राजभवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को बधाई देते हुए गवर्नर ने कहा कि विषम परिस्थितियों में विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार में योगदान देने वाले शिक्षक वास्तव में सम्मान के अधिकारी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सेवाओं और प्रतिबद्धता के लिए उन्होंने प्रदेशवासियों की ओर से शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गुरु का स्थान सबसे ऊपर है। आज के दिन हर व्यक्ति को अपने विद्यार्थी जीवन की अवश्य ही याद आती है और अपने शिक्षक भी याद आते हैं।

राज्य में सुधरा शिक्षा का स्तर
शिक्षा मंत्री डॉ। धन ङ्क्षसह रावत ने उपस्थित सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सभी के अथक प्रयासों से राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है। उन्होंने शिक्षा विभाग के कार्यों एवं नवाचारों की जानकारी दी। विद्यालयी शिक्षा सचिव रविनाथ रामन ने सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों का स्वागत किया और सम्मान समारोह की विस्तृत जानकारी दी। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार, अपर सचिव शिक्षा रंजना राजगुरु, शिक्षा विभाग के अधिकारी और पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं व उनके स्वजन उपस्थित रहे।।

इन टीचर्स को मिला अवार्ड
प्राथमिक शिक्षा
नफीस अहमद (पौड़ी), कुसुमलता गडिय़ा (चमोली), कुसुम चौहान (उत्तरकाशी), सुमन चमोली (देहरादून), कंचन बाला (टिहरी), अरुणा नौटियाल (रुद्रप्रयाग), खड़क ङ्क्षसह बोरा (चंपावत), नरेंद्र गिरी (बागेश्वर), डा भावना पलडिय़ा (नैनीताल), चंद्रशेखर जोशी (पिथौरागढ़), राम ङ्क्षसह (अल्मोड़ा)
माध्यमिक शिक्षा:
दौलत ङ्क्षसह गुसाईं (पौड़ी), राजेंद्र कुमार (हरिद्वार), डा प्रदीप कुमार उपाध्याय (नैनीताल), श्याम दत्त चौबे (चंपावत), डा मधुसूदन मिश्र (ऊधम ङ्क्षसह नगर)
प्रशिक्षण संस्थान:
डॉ। नारायण प्रसाद उनियाल (पौड़ी)
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