देहरादून, (ब्यूरो): मसूरी स्थित वुडस्टॉक स्कूल में देश की पहली अंतरराष्ट्रीय वैलबीइंग कॉन्फ्रेंस पाथवेज टू फ्लोरिश 27 व 28 सितंबर को आयोजित की जा रही है। दो दिवसीय सम्मेलन में देश के 17 राज्यों के 77 स्कूलों के 147 प्रतिनिधियों के साथ में नेपाल के स्कूल के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन
वुडस्टॉक स्कूल की बीना थॉमस दृष्टि भसीन ने मसूरी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस ब्रीफिंग को संबोधन में कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में होने वाली चर्चाओं, संभाषणों से शिक्षकों, परामर्शदाताओं, मानसिक व स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ शोधकर्ताओं सहित सभी प्रतिभागी लाभान्वित होंगे। बताया, इस आयोजन का उद्देश्य अगली पीढ़ी अर्थात छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्थिति, उनके संपूर्ण विकास को बेहतर बनाने के लिए स्कूली समुदायों को जरूरी जानकारी व उपकरणों की मदद से सशक्त बनाना है।
कई देशों के एक्सपर्ट करेंगे संबोधित
दृष्टि भसीन ने बताया कि सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के डेविड बॉट, केरल के एडीजी पुलिस मनोज अब्राहम, लंढौर कम्युनिटी हॉस्पिटल के फिजिकल एक्सपर्ट डॉ। पुत्तुलेमला, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बंगलौर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। अनीस कुमार, ऑस्ट्रेलिया की केट बरबेट आदि संबोधित करेंगे। विवेक विलियम ने बताया कि उत्तरकाशी की महिला द्वारा हाथ से बनाये गये विशेष रूप से मंगाये गये हैं। जिनको सम्मेलन में वितरित किया जाएगा और इससे जो आय होगी, उससे उत्तरकाशी की महिला को आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी। बीनू थॉमस के मुताबिक 170 साल पुराने वुडस्टॉक स्कूल की ओर से ये आयोजन किया जा रहा है। जिसका लाभ आने वाले समय में अगली पीढ़ी को मिलेगा। कहा, शिक्षा पर केंद्रित होने के अलावा सम्मेलन में सामाजिक जिम्मेदारी और स्थिरता के लिए वुडस्टॉक स्कूल की प्रतिबद्धता को भी शामिल किया गया है।dehradun@inext.co.in