- जल संस्थान के साउथ डिवीजन के उपभोक्ताओं पर 1&.27 करोड़ बकाया
- आरसी वसूली को बकाया सूची राजस्व डिपार्टमेंट को भेजी
देहरादून (ब्यूरो): संस्थान ने 10 हजार रुपये से अधिक के 1997 बकायेदारों की आरसी काटी है। बकायेदारों की सूची बनाकर आरसी रिकवरी के लिए राजस्व विभाग को भेजी है। इन उपभोक्ताओं पर पेयजल बिलों का 1&.47 करोड़ रुपये का बकाया है। यदि जल्द बकाया जमा नहीं कराया तो उनके पेयजल कनेक्शन काटे जा सकते हैं। बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी बकायेदारी न चुकाने पर आरसी रिकवरी की कार्रवाई की गई है। खास बात यह है कि यह बकाया सिर्फ एक डिवीजन का है। ये सूची जल संस्थान के साउथ डिवीजन की है।
जनवरी में किए थे नोटिस जारी
जल संस्थान ने बकायेदारों को बकाया बिलों का भुगतान करने के लिए जनवरी 2022 में नोटिस जारी किए थे। तब बकायेदारों को &1 मार्च से पहले भुगतान के लिए कहा गया था। लेकिन करीब &0 फीसदी बकायेदारों ने ही बकाया जमा कराया, बाकी 70 फीसदी उपभोक्ताओं ने बकाया जमा नहीं कराया, जिसके बाद जल संस्थान ने पानी के बिलों के बकाया रिकवरी के लिए आरसी की कार्रवाई की है।
बकाया नहीं चुकाया तो कटेगा कनेक्शन
वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले अधिक से अधिक बकाया वसूलने के लिए जल संस्थान ने सख्त रवैया अपनाने के संकेत दिए हैं। बिल जमा न करने वालों की आरसी काटकर दिसंबर तक भुगतान करने का समय दिया है। यदि दिसंबर तक बकाया नहीं चुकाया तो पेयजल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद उन्हें दोबारा कभी पेयजल कनेक्शन नहीं दिया जाएगा।
अब नहीं मिलेगा सरचार्ज से छूट
आरसी कटने के बाद बकायेदारों को
लेट फीस माफी से छूट नहीं मिल पाएगा। उन्हें पूरा बिलों का भुगतान करना पड़ेगा। दरअसल राज्य सरकार ने &1 मार्च तक लेटफीस 100 प्रतिशत माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन इन उपभोक्ताओं को अब यह सुविधा नहीं मिलेगी।
कई उपभोक्ताओं पर 3 से 4 लाख बकाया
सहायक अभियंता राघवेंद्र डोभाल ने बताया कि आरसी रिकवरी के लिए कई उपभोक्ताओं को & से लेकर 4 लाख तक का पानी के बिलों का बकाया है। बकाया कई वर्षों से चला आ रहा है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को ऑनलाइन भुगतान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। डोभाल ने यह भी बताया कि आरसी रिकवरी न होने पर ऐसे उपभोक्ताओं के पेयजल कनेक्शन स्थाई रूप से काट दिए जाएंगे। भविष्य में इन संयोजनों को नहीं जोड़ा जाएगा। उन्होने बताया कि अधिकांश उपभोक्ता आरसी वसूली की कार्रवाई के बाद भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से बकाये बिलों को जल्द से जल्द जमा करने की अपील की है।
जिन उपभोक्ताओं ने लंबे समय से पेयजल बिलों का भुगतान नहीं किया है, ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ आरसी की कार्रवाई की गई है। यदि आरसी भुगतान नहीं की गई, तो ऐसे उपभोक्ताओं के पेयजल संयोजन स्थाई रूप से काटे जाने पर विचार किया जाएगा।
आशीष भट्ट, अधिशासी अभियंता, साउथ डिवीजन, जल संस्थान, देहरादून
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