- ऊर्जा निगम ने किया एनटीपीसी से किया बिजली खरीद का अनुबंध

देहरादून (ब्यूरो): बीते एक माह के भीतर जल विद्युत परियोजनाओं से उत्पादन में करीब 4 से मिलियन यूनिट की कमी आई है। जबकि, बिजली की खपत जस की तस बनी हुई है। ऐसे में ऊर्जा निगम को केंद्रीय पूल से महंगी बिजली खरीद करनी पड़ रही है।

चार माह के लिए अनुबंध
ठंड बढऩे के साथ ही प्रदेश में बिजली की खपत भी बढ़ गई है। उत्पादन गिरने के कारण ऊर्जा निगम के पास विद्युत उपलब्धता भी घट गई है। ऐसे में ऊर्जा निगम ने सर्दियों में बिजली की किल्लत से निपटने के लिए नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) से चार माह के लिए प्रतिदिन 100 मेगावाट बिजली खरीद का अनुबंध किया है। मार्च तक के लिए ऊर्जा निगम को यह बिजली मिलती रहेगी। दिसंबर से ऊर्जा निगम को बाजार से महंगी बिजली खरीद की जरूरत नहीं पड़ेगी।

चाढ़े चार रुपये पर यूनिट का रेट
ऊर्जा निगम को प्रतिदिन 100 मेगावाट बिजली करीब साढ़े चार रुपये प्रति यूनिट की दर से मिलेगी। जबकि, वर्तमान में बिजली की कमी पूरी करने के लिए ऊर्जा निगम राष्ट्रीय बाजार से 10 से 11 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद कर रहा है।

उपलब्धता और मांग में बड़ा अंतर
राज्य में इन दिनों बिजली की खपत 36 से 37 मिलियन यूनिट प्रतिदिन है। जबकि, उपलब्धता 24 से 25 मिलियन यूनिट है। इसमें 14 से 15 मिलियन यूनिट केंद्र से आवंटित अंश है और 10-11 मिलियन यूनिट राज्य के जल विद्युत परियोजनाओं का उत्पादन है। उत्पादन कम होने से ऊर्जा निगम को राष्ट्रीय बाजार से महंगी बिजली खरीद करनी पड़ रही है। पीक आवर में 10 से 11 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद करनी पड़ रही है।

18 नवंबर के प्रोडक्शन पर एक नजर
परियोजना का नाम उत्पादन
(एमयू)
खोदरी 0.947
ढकरानी 0.291
ढालीपुर 0.636
कुल्हाल 0.407
तिलोथ 1.108
धरासू 2.916
चीला 1.590
खटीमा 0.500
पथरी 0.168
मोहम्मदपुर 0.075
गलोगी 0.030
दुनाऊ 0.012
उर्गम 0.052
कार्लीगंगा-1 0.050
कार्लीगंगा-2 0.071
व्यासी-2 0.683
टोटल 11.084

पिछले वर्ष के मुकाबले 425 एमयू अधिक प्रोडेक्शन
जल विद्युत निगम ने पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले चालू वित्तीय वर्ष में 18 नवंबर तक 425.644 मिलियन यूनिट अधिक बिजली का उत्पादन किया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में आतिथि तक निगम की परियोजनाओं ने 3775.681 एमयू बिजली उत्पादित की, जबकि 2022-23 में 18 नवंबर तक 4201.325 एमयू बिजली का उत्पादन कर लिया है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 425.644 एमयू अधिक है।

सर्दी में बिजली की खपत बढ़ जाती है। हिमपात के चलते नदियों का जल स्तर गिरने से विद्युत उत्पादन कम हो जाता है। ऐसे में सर्दी के मौसम में डिमांड पूरी करने को चार माह के लिए एनटीपीसी के साथ बिजली खरीद का अनुबंध किया जा रहा है।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, ऊर्जा निगम
dehradun@inext.co.in