देहरादून (ब्यूरो) एमडीडीए ने एक साल पहले शहर के अलग-अलग एरियाज में साइकिल ट्रैक डेवलप करने की योजना बनाई। इसके लिए रोड परमिशन के लिए पीडब्ल्यूडी को अनुमति मांगी गई, लेकिन पीडब्ल्यूडी से फाइल लौटकर नहीं आई। इसके बाद रिमाइंडर भी भेजे गए, इसके बाद भी फाइल का कहीं कोई अता-पता नहीं है। एक साल बाद भी भी फाइल लौटने का इंतजार किया जा रह है।

भारी भीड़ में साइकिलिंग खतरनाक
दून को कभी रिटायर्उ लोगों का शहर कहा जाता था। यहां की शांतिप्रिय फिजाओं में लोग बखूबी साइकिल का प्रयोग करते थे। ज्यादातर लोग साइकिल का ही इस्तेमाल करते थे, लेकिन राज्य बनने के बाद जिस तरह सिटी में वाहनों का प्रेशर बढ़ता गया उससे धीरे-धीरे साइकिल धीरे-धीरे गुम होती चली गई। शहर में भारी भीड़ भाड़ के चलते लोग सड़कों पर साइकिल चलाने में डरते हैं। ट्रैक न होने से साइकिल के शौकीन भी अब साइकिल रखना छोड़ रहे हैं।

पॉल्यूशन कंट्रोल को साइकिल जरूरी
बढ़ते प्रदूषण की वजह से राजधानी दून की आबोहवा लगातार बिगड़ती जा रही है। इसका लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। यदि लोग वाहनों की जगह साइकिल ज्यादा से ज्यादा चलाएंगे तो पॉल्यूशन में काफी बदलाव आएगा और लोग हल्थी भी महसूस करेंगे। हालांक पीडब्ल्यूडी मसूरी डायवर्जन से ओल्ड मसूरी रोड पर करीब 5 किमी। का यह दून का पहला ट्रैक बना रहा है।

मिलेगी ईको फ्रैंडली लाइफ स्टाइल
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि साइकिल ट्रैक ईको फ्रैंडली जीवन शैली के लिए भी लोगों को प्रेरित करेगी। इसलिए शहर में जगह-जगह साइकिल ट्रैक डेवलप करने की योजना बनाई रही है। पीडब्ल्यूडी से अनापत्ति मिलते ही ट्रैक डेवलप करने शुरू किया जाएंगे।

यहां बनेंगे साइकिल ट्रैक
-सहस्रधारा रोड
-मालदेवता रोड
-थानो रोड
-तपोवन रोड
-रायपुर बालावाला रोड
-गूलरघाटी रोड
- रिंग रोड
- हरिद्वार बाईपास रोड
- मोथोरोवाला रोड
- रेसकोर्स

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